पंजाब पार्टी प्रभारी हरीश रावत के फ़रमान के बाद भी पीछे नहीं हटे बागी नेता, आलाकमान से मुलाक़ात पर अटकी सुई।

Parmod Kumar

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पंजाब कांग्रेस में बग़ावत के बीच कैप्टन विरोधी खेमे को पार्टी प्रभारी हरीश रावत ने ज़ोरदार झटका दिया है। इसके बावजूद बागी नेता बैकफ़ुट पर नहीं आकर अपने स्टैंड पर क़ायम हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह के ख़िलाफ़ बग़ावत करने वाले मंत्री और कुछ विधायक का कहना है कि वह कांग्रेस आलाकमान से मिलेंगे और अपनी बात कहेंगे। अब अपने शहर में लीजिए सबसे बेहतरीन एसयूवी की टेस्ट ड्राइव – यहां क्लिक करें आलाकमान से करेंगे मुलाक़ात पंजाब कांग्रेस महासचिव परगट सिंह ने वन इंडिया से इस बाबत बात की उन्होंने कहा की वक़त मिलेगा तो आलाकमान से मुलाक़ात करेंगे। अपने सारे मुद्दे उन्हें बताएंगे। वहीं हरीश रावत से मिले शिष्टमंडल की अगुवाई कर रहे कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने कहा कि हमारी पंजाब प्रभारी हरीश रावत के साथ मीटिंग हुई, उन्हें सारी बात बता दी गई है। अब दिल्ली में हाईकमान से मुलाक़ात कर उन्हें भी सारी जानकारी देंगे। ग़ौरतलब है कि नवजोत सिंह सिद्धू की बयानबाज़ी और कार्यप्रणाली से आलाकमान नाराज़ है। कांग्रेस हाईकमान ने सिद्धू खेमा और बागी नेताओं को लेकर सख़्त रुख अपना लिया है। ऐसे में क़यास लगाए जा रहे हैं कि हाईकमान पंजाब को लेकर बड़ा क़दम उठा सकती है। पार्टी की तरफ़ से हरीश रावत को पंजाब जाकर कैप्टन अमरिंदर सिंह को मज़बूत करने की नसीहत दी गई है।

‘विधायकों में है नाराज़गी’ पंजाब कांग्रेस महासचिव परगट सिंह ने कहा कि कुछ मुद्दे हैं जिन्हें लेकर नाराज़गी है। ड्रग, बिजली ख़रीद और बेअदबियों के मामले पर कांग्रेस के ज़्यादातर विधायक संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने कहा कि AICC की देख-रेख में हाईकमान को सारे विधायकों के साथ बैठक करना चाहिए। बैठक में विधायकों से पूछ कर सीएम बदला जाए या नहीं बदला जाए इस बात का फ़ैसला करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह हम लोगों के मुख्यमंत्री थे और हैं इस बात से हम लोगों को कोई भी आपत्ति नहीं है। मुद्दा सिर्फ़ काम करने का है। मैंने जब भी कहीं बात की है तो सिर्फ़ मुद्दे की बात की है। किसान आंदोलन के बाद पंजाब में अब जाट महासभा ने बढ़ाई BJP की टेंशन, 5 सितंबर को महापंचायत में होगा बड़ा फैसला ‘तीन साल पहले भी यह मुद्दा उठा था’ परगट सिंह ने कहा कि मैं कभी भी चेहरे की राजनीति नहीं करता हूं। मैं मुद्दे की राजनीति करता हूं। नवजोत सिंह सिद्धू, नागरा और मैं कोऑर्डिनेशन मीटिंग रखने के लिए सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के पास गए थे। हमलोगों ने कहा था कि बैठक में मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए। पार्टी और सरकार के लेवल पर अगर इन मुद्दों का हल हो जाएगा तो हम लोगों को पंजाब में क़ाबिज़ होने के लिए अच्छा मौक़ा मिलेगा। उन्होंने कहा कि तीन साल पहले भी मैंने इन सब मुद्दे पर चिट्ठी लिखी थी अगर पहले ही इस हल निकल गया होता तो आज ऐसे हालात ही पैदा नहीं होते। पंजाब चुनाव से ठीक पहले कैप्टन का मास्टर स्ट्रोक, लगाई इन बड़ी सौगातों की झड़ी ‘पार्टी की कमियों को दूर करना चाहिए’ पंजाब कांग्रेस महासचिव परगट सिंह से जब पूछा गया कि कुछ ही दिनों में चुनाव होने वाले हैं और ठीक उससे पहले पार्टी में बग़ावती सुर तेज़ है तो उन्होंने कहा कि क्या हम लोग चुनाव मुद्दे पर नहीं लड़े । मेरे हिसाब से पार्टी में जो खामियां हैं उसे दुरुस्त करना चाहिए। क्योंकि अगर राजनीतिक पार्टी ग़लत करती है तो फिर आप मीडिया वाले ही उस पर बवाल मचाते हैं। हमलोग पंजाब के लिए अच्छा करने की सोच रखते हैं। जब हमारी पार्टी अच्छा काम करेगी तो जनता उसे सराहेगी और पार्टी को जनता का सहयोग मिलेगा।