हरियाणा की राजनीती का ‘गढ़’ कहे जाने वाले महम से सन 1972 में विधायक रहे उमेद सिंह सिवाच लिख रहे हैं किसान आंदोलन पर किताब, किताब में आंदोलन की भूमिका के सारे अध्याय, किसानों के संघर्ष की कहानी होगी, कब कब सरकार बातचीत के लिए तैयार हुई, टोल प्लाजों पर चले ट्रैनिग सेंटर, दिल्ली के आदेश होते थे लागू, किसानों की स्टेच राजनीती से दूर, अभय चौटाला ने छोड़ा था पद, उपचुनाव में किसान आन्दोलन का दिखा असर, फिर से विधायक बने अभय चौटाला, मोदी को आखिर क्यों माननी पड़ी किसानों की मांगे, राकेश टिकैत के आंसू के बाद आंदोलन हुआ तेज, आंदोलन में मीडिया की भूमिका पर भी रहेगा फॉक्स, देखिये ये रिपोर्ट प्रमोद कुमार के साथ वीडियो जर्नलिस्ट चरण सिंह
पूर्व विधायक लिख रहे संघर्ष की कहानी, बोले: मैं मोटरसाइकिल पर पर्चा भरने गया, आज करोड़ों का चुनाव!
Parmod Kumar