पहाड़ों में हो रही बर्फबारी के बाद मैदानी इलाकों में भी ठंड का प्रकोप बढ़ गया है. राजस्थान के कुछ इलाकों में पारा माइनस में पहुंच गया है. वहीं, माउंट आबू में बर्फ जमने की तस्वीरें देखी गई हैं. मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 5 दिनों तक मैदानी इलाकों में कंपकंपाने वाली ठंड पड़ सकती है. विभाग ने इसे लेकर अलर्ट जारी किया है.
मौसम विभाग के अनुसार आने वाले 5 दिनों में हरियाणा, मध्य प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, बिहार, गंगीय पश्चिम बंगाल, सौराष्ट्र, कच्छ, विदर्भ और तेलंगाना में कुछ स्थानों पर ठंड का कहर बढ़ सकता है. पंजाब और हरियाणा में ठंड का कहर और बढ़ गया. मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, दोनों राज्यों में अधिकतर जगह रात के समय तापमान सामान्य से कम दर्ज किया गया.
कश्मीर में कड़ाके की ठंड
कश्मीर में अधिकतर स्थानों पर कड़ाके की ठंड की वजह से पानी जम गया और शीतलहर के प्रकोप के साथ ही घाटी में कई स्थानों पर तापमान माइनस में रहा. अधिकारियों ने बताया कि पिछले एक सप्ताह के दौरान अत्यधिक शीत लहर के कारण घाटी में झरने, झीलों और नदियों सहित कई जलाशयों में पानी जम गया है. मशहूर डल झील भी जम गई है, जबकि शहरवासियों को पीने के पानी के, पाइप में जम जाने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
श्रीनगर में सोमवार की रात तापमान शून्य से 2.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि रविवार की रात 5.8 डिग्री सेल्सियस था. गुलमर्ग और पहलगाम में भी तापमान शून्य से नीचे रहा. मौसम विभाग ने आने वाले कुछ दिनों में रात को और ठंड होने तथा न्यूनतम में गिरावट का अनुमान लगाया है. 22 से 25 दिसंबर के बीच कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बर्फबारी का भी पूर्वानुमान है.
दिल्ली में शीतलहर
दिल्ली मंगलवार को भी शीतलहर की चपेट में रही और शहर में न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से चार डिग्री कम है. सफदरजंग वेधशाला ने यह जानकारी दी, जिसके आंकड़ों को शहर के लिए आधिकारिक मानक माना जाता है.
राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को सामान्य से पांच डिग्री कम और इस मौसम का अब तक का सबसे कम 3.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था. हालांकि, न्यूनतम तापमान में थोड़ी-सी वृद्धि हुई लेकिन यह अब भी कम बना हुआ है जिससे सुबह बेहद ठंड पड़ रही है. भारत मौसम विज्ञान (आईएमडी) विभाग के अनुसार, सापेक्ष आर्द्रता 94 प्रतिशत दर्ज की गई.
अगर मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है तो आईएमडी शीतलहर की घोषणा करता है. जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे नीचे तक चला जाता है और सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस नीचे रहता है तो भी शीत लहर की घोषणा की जाती है.
मौसम कार्यालय ने दिन में हल्का कोहरा छाए रहने और अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान जताया है. आईएमडी में वरिष्ठ वैज्ञानिक आर के जेनामणि ने बताया कि एक के बाद एक दो पश्चिमी विक्षोभों और इसके परिणामस्वरूप मंगलवार रात से ठंडी उत्तरपश्चिमी हवाओं के मंद होने से न्यूनतम तापमान बढ़ेगा.
अधिकारी ने बताया कि हरियाणा, मध्य प्रदेश, झारखंड, ओडिशा के कुछ स्थानों तथा पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, बिहार, पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्रों, सौराष्ट्र और कच्छ, विदर्भ तथा तेलंगाना के कुछ स्थानों पर मंगलवार को शीत लहर चली.
मध्य प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश में अगले दो दिनों तक भीषण शीत लहर और भयंकर सर्दी जारी रहने के मद्देनजर ऑरेंज अलर्ट जारी किया. मौसम विभाग ने प्रदेश के 16 जिलों में अगले 24 घंटों में पाला पड़ने का अनुमान जताया है, इस कारण भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के भोपाल कार्यालय के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पी. के. साहा ने कहा कि मध्य प्रदेश के भोपाल, होशंगाबाद, इंदौर, उज्जैन, रीवा, शहडोल, सागर, जबलपुर, ग्वालियर एवं चंबल संभागों के जिलों में अगले दो दिन कहीं-कहीं पर भीषण शीतल लहर के साथ-साथ अनेक स्थानों पर शीतलहर का अनुमान है.
उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटे में प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 1.2 डिग्री सेल्सियस उमरिया एवं नौगांव में दर्ज किया गया. साहा ने बताया कि पिछले 24 घंटों में भोपाल में न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
विदर्भ में ठंड का कहर
महाराष्ट्र के नागपुर में मौसम बेहद सर्द रहने के साथ ही न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा. आरएमसी की वैज्ञानिक भावना ने बताया कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को विदर्भ क्षेत्र में शीत लहर चलने का पूर्वानुमान लगाया है.
न्यूनतम तापमान अगले तीन दिन तक इतना ही रहेगा और 23 दिसंबर के बाद से तापमान में बढ़ोतरी का अनुमान है. नागपुर के अलावा, महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के कई अन्य स्थानों पर भी ठंड का प्रकोप रहा.