कैथल: हरियाणा का वीआईपी वाहन नंबर HR 88B 8888 एक बार फिर सुर्खियों में है। पिछले माह यह नंबर तब विवाद में आया था जब हिसार के एक व्यवसायी ने ऑनलाइन नीलामी में इसकी बोली 1 करोड़ 17 लाख रुपये तक पहुंचा दी थी, लेकिन बाद में उन्होंने रकम जमा नहीं करवाई और नंबर लेने से मना कर दिया। अब यह नंबर दोबारा ऑक्शन में रखा गया और इस बार कैथल के सन्सिटी निवासी संदीप चहल ने इसे अपनी पत्नी सुषमा के लिए 37.51 लाख रुपये में खरीद लिया। उनका कहना है कि उनकी कुंडली के अनुसार अंक 8 बेहद शुभ माना जाता है, इसलिए उन्होंने यह नंबर हासिल करने का निर्णय लिया।
क्यों लिया ये नंबर, बताई वजह
संदीप चहल ने बताया कि वह किसान परिवार से आते हैं, लेकिन वर्तमान में प्रॉपर्टी डीलिंग और मोबाइल होलसेल का व्यवसाय चलाते हैं। उनके पास पहले से ही लगभग 12 वाहन हैं और सभी पर फैंसी नंबर लगे हुए हैं। उन्होंने बताया कि वह भगवान शिव और हनुमान के भक्त हैं और उनसे जुड़ी आस्था के कारण भी यह नंबर उनके लिए खास मायने रखता है। वे जल्द ही नया वाहन खरीदेंगे, जिस पर यह खास वीआईपी नंबर लगाया जाएगा।
पहले लगी थी 1 करोड़ 17 लाख रुपये की बोली
गौरतलब है कि बीते महीने चरखी दादरी जिले के बाढ़ड़ा उपमंडल का यही नंबर सुर्खियों में था। हिसार के कारोबारी सुधीर ने ऑनलाइन बोली में इसे 1.17 करोड़ रुपये तक पहुंचाया था, लेकिन 1 दिसंबर को राशि जमा नहीं की। मामला बढ़ने पर परिवहन मंत्री अनिल विज ने इसकी जांच के आदेश दिए। यहां तक कि सुधीर की संपत्ति जांच की चर्चा भी होने लगी। दबाव बढ़ने पर सुधीर सामने आए और बताया कि परिवारिक परिस्थितियों के कारण वे यह नंबर नहीं ले सके। सुधीर बेंगलुरु में एक आईटी कंपनी संचालित करते हैं और उन्होंने मीडिया के सामने आकर अपनी सफाई भी दी थी। इससे जुड़ी चर्चा शांत होते ही अब यह वीआईपी नंबर एक बार फिर नए खरीदार के नाम हो गया है और पुनः सुर्खियों में आ गया।











































