भारतीय रसोई में हल्दी का इस्तेमाल आमतौर से किया जाता है. सर्दियों के मौसम में हल्दी को डाइट में शामिल करने से कई फायदे होते हैं. ये न केवल शरीर को गर्म रखने में मदद करती है बल्कि ये संक्रमणों से भी बचाव करती है.
ये एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल के रूप में काम करती है जो इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं. आइए जानें हल्दी को सर्दियों में डाइट में शामिल करने के दिलचस्प लाभ
स्वास्थ्य संबंधित बीमारियों को दूर करने के लिए
हल्दी एक प्राकृतिक सामग्री है. ये सामान्य सर्दी साइनस, दर्दनाक जोड़ों, अपच, और सर्दी और खांसी से राहत दिलाने में मदद करती है. आप दूध और चाय जैसे पेय में एक चुटकी हल्दी मिला सकते हैं. हल्दी का रोजाना सेवन करने से भी ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है.
लिवर को बूस्ट करता है
हल्दी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर को अंदर से बाहर तक फायदा पहुंचाते हैं. हल्दी लिवर के कार्य को बेहतर बनाने में मदद करती है. लिवर संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए आप नियमित रूप से हल्दी का सेवन कर सकते हैं.
पाचन में सहायता करता है
सर्दियों से बचने के लिए फैट और प्रोटीन से भरपूर फूड्स का सेवन करना चाहिए. ये पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं. हल्दी खाने के स्वाद को बढ़ाती है और पाचन में मदद करती है. ये त्वचा को ग्लोइंग बनाने में मदद करती है. ये शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद करती है.
प्राचीन औषधि
हल्दी सदियों से आयुर्वेद का हिस्सा रही है. हल्दी एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है. ये शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकाले में मदद करती हैं.
फ्लू से बचाव करता है
सर्दियों में अक्सर सर्दी-खांसी का सामना करना पड़ता है. हल्दी वाला दूध एक प्राकृतिक औषधि के रूप में काम करता है. गर्भवती महिलाएं अक्सर हल्के फ्लू में हल्दी वाले दूध का सेवन करती हैं. हल्दी बैक्टीरिया के संक्रमण को खत्म करने में मदद करती है और गले की खराश से राहत दिलाती है. हल्दी के सेवन से श्वसन पथ को साफ करने में मदद मिलती है, करक्यूमिन के एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण ये सर्दी और खांसी से लड़ने में भी मदद करती है.
साइनस से निपटने के लिए
सर्दियों के दौरान साइनसाइटिस से पीड़ित बहुत से लोगों को सांस लेने में तकलीफ, बेचैनी और सिरदर्द होता है. रोजाना एक गिलास हल्दी वाला दूध साइनस की जलन में मदद करेगा और बेचैनी से राहत देगा.