पिछले 5 साल में काफी विकास हुआ, गलियां अच्छी बन गई… क्या जगाधरी की जनता बीजेपी के काम से खुश!

parmodkumar

0
17

हरियाणा के अधिकतर विधानसभा क्षेत्रों में यह सामने आया कि यह चुनावी लड़ाई मुद्दों से अधिक जाति पर आधारित है। 36 बिरादरी की बात हर तरफ हो रही है। जाट बनाम गैर जाट का नैरेटिव अपनी जड़ जमा चुका है। इस कड़ी में एनबीटी टीम यमुनानगर की जगाधरी पहुंची, जहां महिलाएं ढोलक की थाप पर भजन गा रही थीं। एनबीटी संवाददाता ने महिला वोटरों का मन टटोलने का प्रयास किया।

कीर्तन कर रही एक महिला ने बताया कि पिछले पांच साल में जगाधरी विधानसभा में काफी विकास हुआ। गलियां अच्छी बन गई। 12वीं तक स्कूल बन गए। आईटीआई भी बन गया। सरकारी हॉस्पिटल भी अच्छा बन गया। बस स्टैंड बन गया मगर यहां बसें नहीं रुकतीं। हम चाहते हैं कि लड़कियों की सहूलियत के लिए बसों को रुकवाने की व्यवस्था हो गई। जगाधरी में ट्रांसपोर्ट की दिक्कत है। मंडली की एक बुजुर्ग महिला विमला ने भी जगाधरी की तरक्की पर संतोष जताया।

बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान सफल रहा

महिलाओं ने कहा कि खट्टर साहब के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान सफल रहा है। विमला दादी ने बताया कि उनकी तीन पोतियां हैं, तीनों पढ़ रही हैं। उनकी दो पोतियों में एक डॉक्टर हैं, मगर उसे नौकरी नहीं मिल रही है। महिलाओं ने महिला सुरक्षा पर चिंता जताई। एक अन्य महिला ने कहा कि बेटी सुरक्षित नहीं है। रेप करने वालों को सख्त सजा मिलनी चाहिए।

बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला
वहां बैठी एक महिला मीडिया की माइक देखकर झेंप गई। काफी प्रयास के बाद बोलने को तैयार हुईं और बड़ा ही डिप्लोमैटिक जवाब दिया। उनसे पूछा गया कि कौन जीतेगा? उन्होंने कहा कि कई लोग खड़े हुए हैं, कोई एक तो जीतेगा। जगाधरी से कृषि मंत्री कंवरपाल गुर्जर चुनाव मैदान में हैं। इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला है।

बेरोजगारी ज्यादा, युवाओं को नौकरी नहीं

बेरोजागारी ज्यादा है, युवाओं को नौकरी नहीं लग रही है। एक महिला के बेटे बीसीए और बेटी बीकॉम कर चुकी हैं, मगर उनके पास जॉब नहीं है। प्राइवेट नौकरी भी नहीं मिल रही है। मंडली की महिला ने नशे को बड़ा मुद्दा बनाया। उन्होंने अपना दर्द बताते हुए कहा कि शराब के चक्कर में घरों में महिलाओं का उत्पीड़न हो रहा है। शराब के नशे में मर्द घरों में महिलाओं से मारपीट करते हैं। इस पर रोक लगाना जरूरी है। एक बच्चे ने भी रायशुमारी में अपनी बात रखी कि उसके इलाके में पार्क नहीं है। महिलाओं ने भी उनकी मांगों पर सहमति दिखाई।