हरियाणा में में 22 से 23 जुलाई के बीच हवा और गरज के साथ कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना है।

Parmod Kumar

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हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के विभागाध्यक्ष मदन खिचड़ के अनुसार, मानसून टर्फ रेखा उत्तर की तरफ सामान्य स्थिति पर बनी हुई है और अब यह टर्फ गंगानगर, दिल्‍ली, हरदोई, डाल्‍टेनगंज, मेदिनीपुर से होते हुए उत्तरी बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है. पाकिस्तान के ऊपरी हिस्से में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी बना हुआ है. इन सब मौसमी सिस्टमों से नमी वाली हवाएं राज्य की तरफ आने से अगले दो दिनों यानि 23 जुलाई तक और आने की संभावना है. इससे राज्य में 22 से 23 जुलाई के बीच हवाओं और गरज चमक के साथ कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना है।

 दिनभर उमस के बाद रात में बारिश के कारण लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली. हिसार में मंगलवार को भी बारिश हुई थी. हिसार जिले के आउटर में तेज बारिश तो शहर में हल्की बारिश देखने को मिली थी. बुधवार को दिनभर धूप खिलने से लोगों को उमस ने बेहाल कर दिया था, लेकिन देर रात हुई बारिश ने लोगों को राहत दी. मौसम विज्ञानियों  का मानना है कि आने वाले दो दिनों में भी बारिश होगी. हिसार में बुधवार को अधिकतम तापमान 36 डिग्री रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 24.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

25 जुलाई के बाद मजबूत होगा मानसून
हरियाणा में मानसून ने 13 जून को दस्तक दी थी. फिर एक माह तक बारिश बहुत कम हुई. 1 जुलाई से बारिश का आंकड़ा सामान्य से कम चल रहा था. 17 जुलाई तक यह कमी 80% तक पहुंच गई. अब 3 दिन में अच्छी बारिश से 19 दिन बाद कोटा प्लस में आ गया. मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में 22 से 23 जुलाई के बीच हवाओं और गरज चमक के साथ कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना है. 25 जुलाई के बाद मानसून फिर से मजबूत होगा।

3 जिलों में सामान्य से कम बारिश
मानसून सीजन (1 जून से 30 सितंबर तक) में औसतन 460 मिमी. बारिश सामान्य मानी जाती है. प्रदेश के 9 जिले ऐसे हैं, जहां 200 मिमी. से अधिक बारिश हुई है. गुरुग्राम, झज्जर, जींद, करनाल, रेवाड़ी, सोनीपत में मानसून का आधा कोटा पूरा हो चुका है. 3 जिलों में अभी भी सामान्य से कम बारिश हुई है. यमुनानगर, अंबाला और पंचकूला में सामान्य से कम बारिश हुई।