शहर के वार्ड नम्बर 20 में गोबर्धन पूजा के दौरान पटाखे जलाने को लेकर दो पक्षों के बीच जमकर खूनी संघर्ष हुआ। जिसमें दो महिलाओं सहित दोनों पक्षों के आठ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मामला यहीं नहीं रुका, झगड़े के दौरान घायल हुए लोगों को जब उपचार कराने के लिए सोहना के नागरिक अस्पताल में दाखिल कराया गया तो यहां पर एक पक्ष के लोगों ने अपने नजदीकी नकाबपोश हमलावरों को अस्पताल में बुलाकर दूसरे पक्ष के लोगों पर लाठी, डंडे, फरसा तलवार आदि से हमला करा दिया। जिन्होंने अस्पताल में पहुंचकर जमकर तांडव मचाया। हमले को देखते हुए अस्पताल का स्टाफ भी अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर छिप गया। मामले की जानकारी पुलिस को दी गई, लेकिन समय रहते पुलिस भी मौके पर नही पहुँची। फिलहाल घायलों की गंभीर स्थिति को देखते हुए गुरुग्राम के लिए रेफर कर दिया गया है। जिनमें से दो घायल गुरुग्राम के अस्पताल में उपचारधीन हैं तो वहीं तीन घायल दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं।दरअसल सोहना के वार्ड नम्बर 20 में बीती रात गोबर्धन पूजा के दौरान पटाखे चलाने को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद हो गया और विवाद के दौरान दोनों पक्षों के लोगो को चोटें भी लगीं। जिनको उपचार के लिए सोहना के नागरिक अस्पताल में लाया गया। जिनको प्राथमिक उपचार देने के बाद गुरुग्राम के लिए रेफर भी कर दिया गया था। इतने में ही एक पक्ष की तरफ से अस्पताल के अंदर कुछ हथियार बंद नकाबपोश बदमाशों को बुला लिया गया, जिन्होंने आते ही दूसरे पक्ष के लोगों पर हमला बोल दिया। लेकिन अफसोस इस बात का है कि ना तो सोहना पुलिस वार्ड नम्बर 20 में पहुंची और ना ही हॉस्पिटल में पहुँची। जिसकी वजह से बदमाश अपना नंगा नाच करते रहे।
फिलहाल अस्पताल प्रबंधक ने पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखते हुए सरकारी अस्पताल में गश्त बढ़ाने व यहां पर पुलिस चौकी स्थापित करने की मांग की है, ताकि बदमाश अस्पताल के अंदर अपना कहर ना बरपा सकें। देखना होगा कि पुलिस कमिश्नर द्वारा क्या कार्यवाही अमल में लाई जाती है।
बता दें कि त्यौहारी सीजन के दौरान सरकार की तरफ से पुलिस को अलर्ट पर रहने के आदेश जारी किए गए थे, ताकि त्योहारी सीजन के दौरान कोई शरारती तत्व किसी अप्रिय घटना को अंजाम ना दे सकें और इलाके में अमन शांति का माहौल कायम रह सके। सोहना में इन दिनों जहां चोरी व लूट की वारदातें बढ़ रही हैं, वहीं दूसरी तरफ बदमाशों का भी जमकर आतंक दिख रहा है जो कि बेख़ौफ़ होकर सरकारी अस्पतालों तक पहुंच कर वहां पर उपचारधीन लोगों पर जान लेवा हमला कर रहे हैं।














































