हरियाणा की सड़कों पर अगले कुछ दिन बाद कांवड़ यात्रा शुरू हो जाएगी, लेकिन उसके पहले ही पुलिस प्रशासन ने कांवड़ यात्रा में डी.जे पर हुड़दंग को बंद करने की कवायद शुरू कर दी है। इस बार कांवड़ियों को बिना डीजे के ही कावड़ ले जाना पड़ेगा। इसको लेकर कैथल के डी.एस.पी उमेद सिंह ने मंगलवार शाम को सिटी थाना में डीजे संचालकों की मीटिंग ली और डी.जे संचालकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे कांवड़ियों के लिए डी.जे ना दें। अगर ऐसा करेंगे तो पुलिस की तरफ से उनकी गाड़ी का भारी भरकम चालान कर वाहन को जब्त भी जाएगा।
डी.एस.पी उमेद सिंह ने संचालकों को बताया कि सावन महीने में भारी संख्या में वाहनों पर बड़े-बड़े डी.जे लगा दिए जाते हैं। इससे ध्वनि प्रदूषण फैलता है और हादसे होने का खतरा भी बढ़ जाता है। डी.जे की आवाज में पीछे से आने वाले वाहनों की जानकारी नहीं मिलती और अक्सर हादसे हो जाते हैं। इसलिए अबकी बार बिना डी.जे के ही कांवड़ आए।
वहीं डी.एस.पी के साथ मीटिंग खत्म होते ही बाहर जाकर डी.जे संचालकों ने पुलिस के इस फैसले का विरोध किया और कहा कि प्रशासन का यह फैसला ठीक नहीं है। उन्होंने पहले ही डी.जे की बुकिंग कर ली हैं। पिछले चार महीने से काम भी नहीं चल रहा है। ऐसे में अगर कांवड़ियों को डी.जे नहीं बजाने दिया गया तो उनका परिवार पालना मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि उनको डी.जे की आवाज को कम रख कर डी.जे लगाने की अनुमति दी जाए। डी.जे को पूरी तरह से बंद करना ठीक नहीं है। उन्होंने बताया कि शहर में 80 से अधिक डीजे संचालक है, सभी ने 20 से 25 हजार रुपयों में एडवांस बुकिंग की हुई है, यदि इसकी अनुमति नहीं दी गई तो उन्हें लाखों रुपयों का नुकसान होगा।