सिटी ब्यूटीफुल के लोगों के लिए एक अच्छी खबर आ रही है!चंडीगढ़ टूटी-फूटी सड़कों को जल्द ही ठीक किया जाएगा। चंडीगढ़ प्रशासन नेवी3 सड़कों की मरम्मत और रिसर्फेसिंग का कार्य शीघ्र शुरू करने का निर्णय लिया है।यह कार्य सर्दियों के शुरू से पहले पूरा कर लिया जाएगा। बता दें कि हाल ही में चंडीगढ़ नगर निगम की हाउस मीटिंग में एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें वी3 सड़कों के रखरखाव की जिम्मेदारी प्रशासन को सौंपने की सिफारिश की गई। नगर निगम वर्तमान में गंभीर वित्तीय संकट का सामना कर रहा है, जिस कारण वह सड़कों के रखरखाव में असमर्थ है।
एक वरिष्ठ यूटी अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि हालांकि अभी तक वी3 सड़कों के प्रशासन को हस्तांतरण की औपचारिक मंजूरी पंजाब के राज्यपाल और यूटी प्रशासक से प्राप्त नहीं हुई है।, लेकिन प्रशासन ने मरम्मत और रिसर्फेसिंग का कार्य अपने स्तर पर शुरू करने की तैयारी कर ली है। मंगलवार को यूटी सचिवालय में यूटी और नगर निगम के इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों की एक बैठक हुई थी। इसकी अध्यक्षता यूटी इंजीनियरिंग सचिव ने की। बैठक में वी3 सड़कों के हस्तांतरण की प्रक्रिया और मरम्मत कार्य को लेकर रणनीति बनाई गई।
नगर निगम के अधीन 71 वी3 सड़कें
बैठक के दौरान यह जानकारी दी गई किनगर निगम के अधीन 71 वी3 सड़कें हैं, जिनकी कुल लंबाई लगभग 275 किलोमीटर है। निगम अधिकारियों ने बताया कि इनमें से लगभग 20 सड़कें अत्यंत खराब स्थिति में हैं और तुरंत मरम्मत की आवश्यकता है। यूटी अधिकारियों ने नगर निगम से खराब सड़कों की विस्तृत सूची उनके वर्तमान स्थिति के साथ साझा करने को कहा, जिससे प्राथमिकता के आधार पर मरम्मत कार्य शुरू किया जा सके। इसके लिए संयुक्त निरीक्षण किए जाएंगे और चरणबद्ध कार्य योजना तैयार की जाएगी।
कम से कम 45 करोड़ रुपये की आवश्यकता
प्राथमिकता के आधार पर उन सड़कों की पहचान की जाएगी, जहां गड्ढे हैं या सड़कें टूट चुकी हैं। इन स्थानों पर पहले से तैयारी की जाएगी ताकि अधिकारिक आदेश प्राप्त होते ही कार्य शीघ्र शुरू किया जा सके। इसके अलावा वी3 सड़कों के किनारे पेड़ों की छंटाई का कार्य भी प्रशासन द्वारा किया जाएगा, जिसके लिए नगर निगम से समन्वय किया जाएगा। बता दें कि सड़क गुणवत्ता बनाए रखने के लिए हर पांच साल में रिसर्फेसिंग और मजबूतिकरण आवश्यक होता है। लेकिन पिछले दो वर्षों से नगर निगम की आर्थिक तंगी के कारण कोई काम नहीं हो पाया है। वर्तमान में 50 किलोमीटर वी3 सड़कों की मरम्मत के लिए कम से कम 45 करोड़ रुपये की आवश्यकता है। इस निर्णय से चंडीगढ़ के लोगों को जल्द ही राहत मिलने की उम्मीद है, क्योंकि खराब सड़कों के कारण वे लंबे समय से परेशान हैं।














































