हरियाणा के सिरसा में तैनात डीएसपी जयभगवान खेल कोटे से अधिकारी बने हैं, वो अर्जुन अवार्डी है, मुक्केबाजी में कई गोल्ड मैडल जीते हैं, आज एक निजी कोचिंग सेंटर में उन्होंने अपने जीवन को लेकर कई बड़े खुलासे कर दिए, कहा कि वो धर्मेंदर की फिल्म देखने के बाद मुक्केबाज बने, उसके बाद मुक्केबाजी में उन्होंने मैडल जीता, बाद में मात्र 17 साल की उम्र में पंजाब पुलिस में सिपाही भर्ती हुए थे, उस समय पंजाब पुलिस में तैनात दी ग्रेट खली उनके इंस्पेक्टर थे, उनसे चिकन भी मांगा लेते थे, कभी कभी टंगड़ी उनको मिल जाती थी, उसके बाद अपने सीनियर अधिकारी के कंधों पर लगे स्टार को देखकर उन्होंने कुछ बड़ा करने का सोचा, उसके बाद मुक्केबाजी जारी रखी और गोल्ड मैडल जीते फिर उनको पहले रेलवे और बाद में हरियाणा पुलिस में इंस्पेक्टर की नौकरी मिली, उसके बाद विदेश में मुक्केबाजी में फिर गोल्ड मैडल जीता और उनको डीएसपी की नौकरी मिल गयी, उन्होंने कहा कि अपने लक्ष्य की तरफ आगे बढ़ना चाहिए, मेहनत के बल बूते पर सब कुछ हासिल हो जाता है, देखिये ये पूरा वीडियो