नेशनल हाईवे-44 पर स्थित अपैक्स ग्रीन सोसायटी में आग से 15 फ्लैट जलने पर सोनीपत की 18 हाईराइज सोसायटियों के करीब साढ़े 10 हजार फ्लैटों में रह रहे करीब 30 हजार लोग खौफजदा हैं। कारण अधिकांश सोसायटियों में आग बुझाने के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं। इस हादसे के बाद डीसी ने सभी सोसायटियों में फायर सिस्टम की जांच के आदेश दिए हैं। सोसायटियों में आग बुझाने के लिए लगाया गए सिस्टम जर्जर हैं लेकिन कागजों में इन्हें एकदम ठीक और चालू हालत में दिखाया गया है। कहीं पाइप जर्जर हैं और इनसे लगातार पानी बह रहा है तो कहीं पंप हाउस बदहाल हैं। किसी सोसायटी में पंप ऑपरेटर नहीं है तो कहीं फायर अधिकारी नहीं हैं। कई जगह हाईड्रेंट के दरवाजे, शीशे, अंदर के पाइप टूटे पड़े हैं।
अपैक्स ग्रीन सोसायटी की आगजनी को याद कर आसपास की सोसायटियों के लोग आग से बचाव के पर्याप्त प्रबंध करने की मांग उठा रहे हैं। दूसरी ओर जिले में सोसायटियों में मानक पूरे नहीं होने के बावजूद एनओसी जारी होने के लिए फायर विभाग को जिम्मेदार माना जा रहा है। अगर अग्निशमन अधिकारी अपनी जिम्मेदारी पूरी करें तो बिल्डरों को आग से बचने के सभी प्रबंध पूरे करने पड़ेंगे।
बिल्डर की चालाकी का खामियाजा भुगत रहे लोग
अपैक्स ग्रीन सोसायटी में बिल्डर ने आग बुझाने के लिए सिस्टम तो लगाया लेकिन इसमें कभी पानी नहीं आया। कारण बिल्डर ने बड़ी चालाकी से फ्लैटों में पानी सप्लाई के लिए हर टावर की छत पर बनाई गई पानी की टंकियों में से ही इस सिस्टम से सप्लाई दी है। बिल्डर ने इन पाइपों को टंकी के फर्श के नजदीक लगाने की बजाय करीब 7 फुट ऊपर लगाया है। इससे आधी टंकी खाली होते ही इन पाइपों में पानी नहीं जाता। नियमानुसार आग बुझाने के लिए सिस्टम के लिए अलग टंकी व आपूर्ति का प्रावधान होना चाहिए। इसका खामियाजा लोग भुगत रहे हैं। सोसायटी में रहने वाले जितेंद्र जागलान, अमित गुप्ता ने बताया कि किसी भी टावर में आग बुझाने के लिए लगाए गए सिस्टम में कभी पानी नहीं आता। अब उन्हें भी इस सोसायटी में रहने वालों को खौफ सता रहा है क्योंकि उन्होंने शनिवार को लोगों को आग में फंसे देखा है।
“जिला अग्निशमन अधिकारी व अन्य अधिकारियों को भेजकर सोसाटियों में जांच-पड़ताल कराई जाती है, अगर मानक पूरे नहीं हों तो फायर एनओसी जारी नहीं की जाती। सभी सोसायटियों का ऑडिट किया जाता है। जिन सोसायटियों में आग से बचने के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं, उनके बिल्डरों को नोटिस भेजे जाएंगे।”
“अपैक्स ग्रीन सोसायटी में आगजनी के कारणों व अन्य कमियों की जांच की जा रही है। जिले की अन्य सोसायटियों में आग से बचाव के प्रबंधों की जांच कराई जाएगी। जहां पर आग बुझाने के प्रबंध पर्याप्त नहीं पाए जाएंगे, उनके बिल्डरों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”