कमर में धागा, लाल कागज और आंखों पर बंधी सफेद पट्टी… तंत्र-मंत्र ने 6 साल में कैसे छीन ली 21 जिंदगियां !

parmodkumar

0
13

नई दिल्ली: 5 नवंबर 2024 की हल्की धुंध भरी सुबह, यूपी का वाराणसी शहर और इसी शहर का भदैनी इलाका। महादेव की नगरी में जब सुबह-सुबह लोग अपने रोजमर्रा के काम में लगे थे तो भदैनी इलाके से एक रूह कंपा देने वाली खबर सामने आती है। यहां एक घर के भीतर महिला और उसके तीन बच्चों की लाशें मिलने से हड़कंप मच जाता है। छानबीन होती है तो करीब 14 किलोमीटर की दूरी पर एक निर्माणाधीन मकान में परिवार के मुखिया की भी लाश मिलती है। एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत से पूरा वाराणसी हिल जाता है।

जिनकी लाशें मिलीं, उनमें 56 वर्षीय राजेंद्र गुप्ता, उनकी पत्नी नीतू, दो बेटे नमनेंद्र, सुबेंद्र और बेटी गौरांगी शामिल थी। शुरुआती पूछताछ में पता चलता है कि ये मौतें तंत्र-मंत्र के जाल में फंसकर हुईं हैं। बताया जाता है कि राजेंद्र का किसी तांत्रिक से संपर्क था और वो कहता था कि उसकी तरक्की में पत्नी नीतू एक बाधा है। हालांकि, तंत्र-मंत्र से जुड़े दावे की पुष्टि नहीं हुई है। मामले में किसी बाहरी व्यक्ति के शामिल होने का भी शक जताया जा रहा है।

जब परिवार में इस तरह सामूहिक मौतों के मामले को तंत्र-मंत्र से जोड़ा गया है। वाराणसी का सच अभी सामने आना बाकी है, लेकिन तंत्र-मंत्र के जाल में फंसकर सामूहिक मौतों के मामले इससे पहले भी कई बार सामने आ चुके हैं। आइए, आपको ऐसी ही कुछ बड़ी और दिल दहला देने वाली घटनाओं से रूबरू कराते हैं।

कहानी की शुरुआत उस वक्त हुई, जब गांव के बाहर झाड़ियों में 4 साल के बच्चे की लाश मिली। परिवार ने बिना पोस्टमार्टम कराए ही उसे दफना दिया था, क्योंकि उन्हें लगा कि उसकी मौत किसी बीमारी से हुई है। डेढ़ महीने बाद, अप्रैल में इसी बच्चे के 7 साल के भाई की लाश घर के अंदर मिली। बच्चे की लाश के पास से एक दुपट्टा, दाल-चावल की पोटली, सिंदूर से भरी दो शीशियां और एक लाल कागज बरामद हुआ। कागज पर लिखा था, ‘अब मिली आत्मा को शांति।’

कमर, हाथ और गर्दन पर लाल धागा

इसी साल सितंबर के महीने में दिल्ली के वसंत कुंज इलाके के एक गांव में घर के भीतर परिवार के पांच लोगों की लाशें मिलीं। मौके पर कुछ ऐसे साक्ष्य मिले, जिनसे मामले को तंत्र-मंत्र से जोड़कर देखा गया। मृतकों में परिवार के मुखिया हीरा लाल शर्मा और उनकी चार बेटियां शामिल थीं। शुरुआती जांच में पता चला है कि सभी लोगों ने जहर खाकर अपनी जान दी है।

पुलिस को घर के भीतर से सल्फास के तीन पैकेट, पांच गिलास और एक चम्मच मिला, जिसमें एक संदिग्ध तरल पदार्थ था। मामले में तंत्र-मंत्र का शक इसलिए भी जताया गया, क्योंकि चारों लड़कियों की कमर, हाथ और गर्दन पर एक लाल धागा बंधा हुआ मिला। इनमें दो लड़कियां दिव्यांग थीं।

आंखों पर पट्टी और 11 लाशें

देश की राजधानी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में 1 जुलाई 2018 का वो खौफनाक मंजर किसे याद नहीं होगा। यहां एक दो मंजिला मकान के भीतर एक ही परिवार के 11 लोगों की लाशें फंदे से लटकी हुईं मिलीं। सभी की आंखों पर पट्टी और मुंह पर टेप चिपकी हुई थी। बताया जाता है कि परिवार का बड़ा बेटा तंत्र-मंत्र में विश्वास करता था।