प्रेग्नेंसी के दौरान ही नहीं, डिलीवरी के बाद भी महिलाओं को खास ध्यान रखना होता है। थोड़ी सी लापरवाही पर ही गंभीर नतीजे सामने आ सकते हैं। हाल ही में ऐसा ही एक मामला सामने आया, जहां डिलीवरी के बाद सही देखभाल न होने से एक महिला की हालत इतनी बिगड़ गई कि उसे धुंधला दिखने लगा और दौरे पड़ने लगे। नई मां का इलाज कर रही हैं गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. प्रिया मील बताती हैं ने बताया कि आखिर क्यों महिला के साथ ऐसा हुआ। साथ ही यह भी बताया कि प्रसव के बाद महिलाओं को कौन सी सावधानी बरतनी चाहिए।
इंस्टाग्राम वीडियो में गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. प्रिया मील बताती हैं कि एक प्रेग्नेंट महिला की हाल ही में सिजेरियन डिलीवरी हुई। सब कुछ ठीक रहा और महिला कुछ दिन बाद घर लौट गई हैं।
डॉक्टर आगे बताती हैं कि तीन दिन बाद वह महिला दोबारा उनके पास आती हैं। इस बार उन्हें तान यानी कि दौरे पड़ रहे थे और दिखाई भी धुंधला दे रहा था। बातचीत के दौरान पता चला कि महिला को पूरे दिन से दौरे आ रहे थे और कल शाम से देखने में कमी महसूस हो रही थी।
गायनेकोलॉजिस्ट कहती हैं कि डिलीवरी के बाद अगर आपको देखने में कमी, धुंधलापन या उल्टी जैसी समस्या हो रही है, तो इसे कभी भी हल्के में न लें। तुरंत अपना ब्लड प्रेशर चेक करवाएं, क्योंकि अनहोनी कभी बताकर नहीं आती।
डॉक्टर कहती हैं कि पेशेंट का इलाज हुआ और वह अब घर वापस चली गई हैं। इस केस से सभी महिलाओं को सीख लेने की जरूरत है कि डिलीवरी हो जाने के बाद भी सब कुछ खत्म नहीं हुआ। डिलीवरी के बाद अपनी हेल्थ और खासतौर पर ब्लड प्रेशर का ध्यान रखें।
एक्सपर्ट बताती हैं कि जब पेशेंट हमारे पास आईं, तो महिला का ब्लड प्रेशर ज्यादा था। एमआरआई करवाई तो पता चला कि उनके दिमाग के पीछे के हिस्से में सूजन हो गई है, जिसे पोस्टीरियर रिवर्सिबल एनसेफैलोपैथी सिंड्रोम कहते हैं। इस सूजन की वजह से आंखों में धुंधलापन, चक्कर और दौरे जैसी समस्याएं होने लगती हैं।
डॉ. प्रिया कहती हैं कि यह सिंड्रोम समय पर ठीक हो जाए तो मरीज पूरी तरह ठीक हो जाता है और सूजन भी चली जाती है। लेकिन अगर इलाज देर से हुआ, तो दिमाग पर गहरा असर पड़ सकता है और जीवन भर आंखों का धुंधलापन आंखों में रह सकता है। इसलिए इस बात का खास ध्यान रखें।





































