कृषि कानूनों के विरोध में धरने पर बैठे किसानों पर ठंड भारी पड़ने लगी है। गुरुवार को भी एक किसान की हार्ट अटैक से मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, टीकरी बॉर्डर पर धरना दे रहे पंजाब के किसान जय सिंह को गुरुवार सुबह करीब 8:30 बजे हार्ट अटैक आया और उनकी मौत हो गई। जय सिंह के परिजनों को सूचित कर दिया गया है। किसानों के आंदोलन में अब तक 12 किसानों की जान जा चुकी है। वहीं कुंडली बार्डर में ड्रेन में गिरने से पंजाब के किसान की मौत हो गई। सुबह ड्रेन में शव मिला। किसान रात को ड्रेन में कैसे गिरा, पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
37 साल के जय सिंह बठिंडा के गांव टुंगा वाली के रहने वाले थे। जय सिंह एक हफ्ते पहले ही अपने गांव के अन्य आंदोलनकारी किसानों के साथ बहादुरगढ़ आया था। वीरवार रात को भी वह टीकरी बॉर्डर के निकट अपनी ट्रैक्टर-ट्राली में बनाए गए तम्बू में सो रहा था। सुबह देर तक नहीं उठा तो साथी किसानों ने उसको जगाने की कोशिश की। कई आवाज लगाने के बावजूद नहीं उठा तो हिलाया। हालत खराब देखी तो साथी किसानों ने सुबह साढ़े आठ बजे उसे सामान्य अस्पताल पहुंचाया। तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। सूचना मिलने पर शहर थाना पुलिस अस्पताल पहुंची और कार्रवाई शुरू की। जय सिंह के परिजनों को सूचित कर दिया गया है। उनके बहादुरगढ़ पहुंचने के बाद जरूरी कानूनी कार्रवाई करके पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।
-इससे पहले सिंघु बॉर्डर पर कड़ाके की ठंड में कानूनों को रद्द कराने की मांग को लेकर धरना दे रहे एक और किसान की हार्ट अटैक से मौत हो गई। वह तीन दिन पहले ही पंजाब से आए थे। आंदोलन में अब तक 12 किसानों की जान जा चुकी है। इनमें सिंघु बॉर्डर पर पांच और टीकरी बॉर्डर पर सात किसानों की मौत हो चुकी है।
पंजाब के पटियाला के गांव सौहली के रहने वाले किसान पाल सिंह (62) 13 दिसंबर को ही सिंघु धरनास्थल पर आए थे। वह अपने साथियों व गांव के किसानों के साथ फिलहाल गांव रसोई से आगे रुके हुए थे। साथियों ने बताया कि मंगलवार देर शाम को वह खाना खाने के बाद ट्रैक्टर-ट्राली में जाकर सो गए। बाद में जब साथी किसान ट्रैक्टर-ट्राली में सोने पहुंचे तो वह बेसुध मिले।
अनहोनी की आशंका के चलते चिकित्सक को दिखाया, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। इसके बाद उन्होंने कुंडली थाना पुलिस को अवगत कराया। कुंडली थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर देर रात सामान्य अस्पताल पहुंचाया। जहां पर बुधवार को पोस्टमार्टम कराया गया।