आज सोने की कीमतों में तगड़ी गिरावट देखने को मिली, सोना करीब 451 रुपये सस्ता होकर 46,844 रुपये प्रति 10 ग्राम हुआ।

Parmod Kumar

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सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोने की कीमतों में तगड़ी गिरावट देखने को मिली। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसार शुक्रवार को सोना करीब 451 रुपये गिरा है, जिसके बाद इसकी कीमत 46,844 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है। इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 47,295 पर बंद हुआ था। चांदी की कीमत भी 559 रुपये गिरी है। इस गिरावट के साथ चांदी 67,465 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गयी। पिछले कारोबारी सत्र में इसका बंद भाव 68,024 रुपये था।

भले ही आज सोने की कीमतों में गिरावट के बावजूद यह आपको अधिक लग रही हों, लेकिन लंबी अवधि में देखें तो सोने की कीमतों में तगड़ी गिरावट आई है। अपने ऑल टाइम हाई से सोना 9 हजार रुपये से भी अधिक सस्ता हो चुका है। पिछले साल अगस्त में सोना 56,200 रुपये के स्तर तक जा पहुंचा था और अभी सोना 46,844 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर है। निवेश करने के लिहाज ये काफी बड़ी गिरावट है।
पिछले सालों में सोने ने दिया कितना रिटर्न?
अगर बात सोने की करें तो पिछले साल सोने ने 28 फीसदी का रिटर्न दिया है। उससे पिछले साल भी सोने का रिटर्न करीब 25 फीसदी रहा था। अगर आप लॉन्ग टर्म के लिए निवेश कर रहे हैं तो सोना अभी भी निवेश के लिए बेहद सुरक्षित और अच्छा विकल्प है, जिसमें शानदार रिटर्न मिलता है। पिछले सालों में सोने से मिला रिटर्न आपके सामने है, जो दिखाता है कि निवेश करने से फायदा ही है।
कोरोना काल में सोना बना वरदान
सोना गहरे संकट में काम आने वाली संपत्ति है, मौजूदा कठिन वैश्विक परिस्थितियों में यह धारणा एक बार फिर सही साबित हो रही है। कोविड-19 महामारी और भू-राजनीतिक संकट के बीच सोना एक बार फिर रिकॉर्ड बना रहा है और अन्य संपत्तियों की तुलना में निवेशकों के लिए निवेश का बेहतर विकल्प साबित हुआ है। विश्लेषकों का मानना है कि उतार-चढ़ाव के बीच सोना अभी कम से कम एक-डेढ़ साल तक ऊंचे स्तर पर बना रहेगा। दिल्ली बुलियन एंड ज्वेलर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष विमल गोयल का मानना है कि कम एक साल तक सोना उच्चस्तर पर रही रहेगा। वह कहते हैं कि संकट के इस समय सोना निवेशकों के लिए ‘वरदान’ है। गोयल मानते हैं कि दिवाली के आसपास सोने में 10 से 15 प्रतिशत तक का उछाल आ सकता है।
मुसीबत की घड़ी में हमेशा बढ़ी है सोने की चमक!
सोना हमेशा ही मुसीबत की घड़ी में खूब चमका है। 1979 में कई युद्ध हुए और उस साल सोना करीब 120 फीसदी उछला था। अभी हाल ही में 2014 में सीरिया पर अमेरिका का खतरा मंडरा रहा था तो भी सोने के दाम आसमान छूने लगे थे। हालांकि, बाद में यह अपने पुराने स्तर पर आ गया। जब ईरान से अमेरिका का तनाव बढ़ा या फिर जब चीन-अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर की स्थिति बनी, तब भी सोने की कीमत बढ़ी।
कैसे चेक करें सोना असली है या नकली?
सोने की कीमतें गिरने से सोने के गहनों की ओर लोगों का रुझान तेजी से बढ़ा है। बहुत सारे ठग भी ऐसे ही मौकों के इंतजार में रहते हैं कि लोग सस्ता सोना देखकर जल्दबाजी में उसे खरीदें और नकली चीज को सोना कहकर बेच दिया जाए। सस्ते सोने के इस दौर में अगर आप भी सोना खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो आइए जानते हैं नकली सोने की पहचान करने के 5 आसान से तरीके।
1- हॉलमार्क जरूर देखें
सोना खरीदते समय सबसे पहले आपको उस पर हॉलमार्क जरूर देखना चाहिए। हॉलमार्क सर्टिफिकेशन का मतलब है कि सोना असली है। यह सर्टिफिकेशन ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड की तरफ से दिया जाता है। जाने-माने ब्रांड्स में तो आपको सभी गहने हॉलमार्क वाले ही मिलेंगे, लेकिन स्थानीय ज्वैलर्स कई बार बिना हॉलमार्क के गहने भी बेचते हैं, जिनके असली या नकली होने की पहचान आपको खुद करनी होगी।
2- चुंबक से टेस्ट करें सोना
ध्यान रहे कि सोने में चुंबकीय गुण नहीं होते या यूं कहें कि वह चुंबक की ओर आकर्षित नहीं होता है। अगर आपका गहना चुंबक की ओर खिंचने लगे तो समझ लीजिए कि वह नकली है, जबकि अगर उस गहने पर चुंबक का कोई असर ना हो तो वह टेस्टिंग के पहले दौर में पास हो जाएगा। सोने पर कभी जंक भी नहीं लगता है, तो अगर सोने पर जंक लगा दिखे तो समझ जाइए कि वह नकली है और ऐसा नकली सोना चुंबक की ओर खिंचेगा।
3- फ्लोटिंग टेस्ट
सोने की एक खास बात होती है कि वह हार्ड मेटल है, इसलिए इसका फ्लोटिंग यानी तैरने का टेस्ट किया जा सकता है। एक बाल्टी में थोड़ा पानी लीजिए और फिर अपने सोने के गहने को उस पानी में डाल दीजिए। अगर आपकी ज्वैलरी डूब गई, तो समझिए वह फ्लोटिंग टेस्ट में भी पास हो गई, लेकिन अगर वह तैरने लगी तो समझ जाइए कि दुकान वाले ने आपको असली बोलकर नकली सोना बेच दिया है।
4- एसिड टेस्ट
असली सोने पर नाइट्रिक एसिड का कोई असर नहीं होता है। हालांकि, अगर वह कॉपर, जिंक, स्टरलिंग सिल्वर या कुछ और है तो उस पर नाइट्रिक एसिड का असर देखने को मिल जाएगा। टेस्ट करने के लिए गहने को थोड़ा सा स्क्रैच करें और उस पर नाइट्रिक एसिड डालें। अगर वह सोना है तो उस पर कोई असर नहीं होगा। हालांकि, ये टेस्ट करते समय पूरी सावधानी बरतें, वरना एसिड से आपको नुकसान हो सकता है।
5- विनेगर टेस्ट
लगभग हर किचन में विनेगर आसानी से उपलब्ध होता है। अगर आप अपने सोने के गहने पर विनेगर की कुछ बूंदें डालें तो आपके गहने पर कोई असर नहीं होगा, बशर्ते वह असली सोना हो। अगर वह नकली सोना हुआ तो विनेगर की बूंदें जहां भी पड़ेंगी, गहने का रंग बदल जाएगा। तो अगर आप भी सस्ता सोना खरीदने की सोच रहे हैं तो इन 5 तरीकों को ध्यान में रखें और असली सोना खुद टेस्ट कर लें।