हरियाणा के निजी अस्पताल शनिवार से चिरायु-आयुष्मान कार्ड धारकों का इलाज नहीं करेंगे। सरकार की तरफ से करीब तीन सौ करोड़ रुपये बकाया होने के चलते यह फैसला लिया गया है। आईएमए ने गुरुवार को एक पत्र जारी कर सरकार को 24 घंटे का समय दिया था। असोसिएशन की ओर से शुक्रवार को दोबारा आयुष्मान भारत के सीईओ को पत्र लिखकर बकाया 300 करोड़ रुपये की राशि जारी करने की मांग की है। प्रदेश में अब तक 10 लाख लोग चिरायु कार्ड का लाभ ले चुके हैं। बता दें कि इस कार्ड से सरकार की ओर से सरकारी और निजी अस्पतालों में पांच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा का प्रावधान किया गया है। प्रदेश में अब तक कुल एक करोड़ तीन लाख से अधिक आयुष्मान-चिरायु कार्ड बनाए जा चुके हैं। इसमें 74 लाख 33 हजार 548 चिरायु कार्ड तथा 28 लाख 89 हजार आयुष्मान कार्ड शामिल हैं।
आयुष्मान-चिरायु हरियाणा योजना के तहत प्रदेश में लगभग नौ लाख मरीजों के इलाज के लिए 1130 करोड़ रुपये से अधिक के क्लेम दिए जा चुके हैं। इंडियन मेडिकल असोसिएशन हरियाणा की ओर से लिखे गए पत्र में कहा गया है कि 16 मार्च से सभी निजी अस्पताल आयुष्मान और चिरायु कार्ड की सेवाएं बंद कर रहे हैं।