बता दें कि एयरपोर्ट पर दूसरे चरण के सभी कार्य पूरे हो चुके हैं। अब सिर्फ एयरपोर्ट से हवाई जहाज उड़ाने के लिए लाइसेंस की जरूरत है। इसके लिए नागरिक उड्डयन विभाग आवेदन कर चुका है। लाइसेंस को लेकर डीजीसीए की टीम 2-3 बार एयरपोर्ट का दौरा भी कर चुकी है। इस दौरान उनकी तरफ से कुछ कमियों को दूर करने को लेकर दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं। अब एयरपोर्ट अथॉरिटी इन कमियों को दूर करने में जुटा हुआ है। 20 जुलाई को नागरिक उड्डयन विभाग के अतिरिक्त प्रधान सचिव सुधीर राजपाल भी यहां आए थे। उन्होंने 31 जुलाई तक फिनिशिंग कार्य को पूरा करने के आदेश दिए थे, ताकि यहां ट्रायल लैंडिंग करवाई जा सके।
पिछले माह ही मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने तीन हजार मीटर की नई हवाई पट्टी सहित कैटेगरी टू की लाइट, एचएडीसी ऑफिस, पैरीमीटर रोड, फ्यूल स्टोर, एटीसी टावर, 33 केवी सब स्टेशन, टैक्सी वे, अप्रेन, एयरड्रम, टर्मिनल बिल्डिंग का उद्घाटन किया था। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा था कि लाइसेंस मिलते ही यहां से अयोध्या, जम्मू, जयपुर व अहमदाबाद के लिए हवाई सेवा शुरू की जाएगी। इसके लिए एलायंस एयर के साथ एमओयू साइन हो चुका है।