गैंगस्टरों की धमकियों से परेशान MLA मिले स्पीकर से: कांग्रेस MLA पंवार ने बिना शर्त वापस लिया इस्तीफा

Parmod Kumar

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हरियाणा में फिरौती के लिए मिल रही धमकियों से परेशान होकर विधायक पद से इस्तीफा दे देने वाले सोनीपत के कांग्रेसी MLA सुरेंद्र पंवार ने स्पीकर से मीटिंग के बाद अपना इस्तीफा वापस ले लिया। पंवार ने सोमवार को ईमेल के जरिये अपना इस्तीफा विधानसभा स्पीकर को भेजा था। हालांकि शाम होते-होते उन्होंने यू-टर्न लेते हुए इस्तीफा वापस लेने का लैटर स्पीकर को सौंप दिया। हरियाणा में कांग्रेस पार्टी के 6 विधायकों को विदेशी नंबरों से फिरौती के लिए कॉल आ चुकी हैं। इनमें पैसे न देने पर विधायकों को जान से मारने की धमकियां दी गईं। इन 6 विधायकों को सोनीपत के कांग्रेस MLA सुरेंद्र पंवार भी हैं। सोमवार को पंवार के विधानसभा स्पीकर को इस्तीफा भेजे जाने के कुछ घंटे बाद शाम को कांग्रेस पार्टी के कई MLA आनन-फानन में हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता से मिलने उनके पंचकूला स्थित आवास पर पहुंचे। हालांकि स्पीकर अपने आवास पर नहीं थे। कांग्रेसी विधायकों की अगुवाई गोहाना के MLA जगबीर मलिक कर रहे थे। स्पीकर से मुलाकात नहीं होने पर कांग्रेसी विधायक वहां से सीधे चंडीगढ़ में सीएम आवास पहुंच गए। विधानसभा स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता उस समय सीएम आवास पर ही थे। कांग्रेसी विधायकों ने सीएम आवास में ही स्पीकर के साथ मीटिंग की। इस मीटिंग के बाद सुरेंद्र पंवार ने बिना शर्त अपना इस्तीफा वापस लेने का लैटर स्पीकर को सौंपा। स्पीकर के साथ मीटिंग खत्म होने के बाद झज्जर की कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल ने कहा कि सुरेंद्र पंवार को पिछले कई दिनों से धमकियां मिल रही हैं और इसी वजह से परेशान होकर उन्होंने अपना इस्तीफा स्पीकर को भेज दिया था। कांग्रेस MLA नीरज शर्मा ने भी कहा कि धमकियों की वजह से पंवार परेशान थे। गौरतलब है कि पंवार को कुछ दिन पहले दुबई से फिरौती के लिए जान से मारने की धमकी भरे मैसेज आए थे। गैंगस्टरों की धमकियों की वजह से पंवार काफी परेशान चल रहे थे। ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि सुरेंद्र पंवार ने उन्हें एक लैटर दिया है जिसमें इस्तीफा वापस लेने की बात लिखी गई है। इस लैटर में पंवार ने अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा का मुद्दा भी उठाया है। पंवार के इस्तीफे पर कानूनी राय लेने के बाद अंतिम फैसला लिया जाएगा। विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि विधायकों की सुरक्षा बड़ा मुद्दा है। सरकार को MLA की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। स्पीकर ने कहा कि वह खुद हरियाणा के डीजीपी से इस मामले में दोबारा बातचीत करेंगे।