शनिवार दोपहर एसपी पूजा वशिष्ठ ने अपने कार्यालय में पत्रकार वार्ता कर आरोपियों की गिरफ्तारी की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि तीनों आरोपियों को पुलिस ने आठ मार्च की रात गिरफ्तार किया है। आरोपी अंकित और भारत को आगरा से जबकि तीसरे आरोपी हिम्मत को झज्जर जिले से गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि वारदात के बाद से सीआईए, स्पेशल स्टाफ, बाढड़ा थाना पुलिस और साइबर पुलिस की संयुक्त टीम मामले की जांच में जुटी हुई थी। उन्होंने बताया कि सीसीटीवी खंगालने पर पुलिस को ये ब्लाइंड गुत्थी सुलझाने में मदद मिली
एसपी ने बताया कि भिवानी जिले के गांव लक्षमणपुरा निवासी राहुल ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि 18 फरवरी को वो बरात में महेंद्रगढ़ जिले के गांव जड़वा गए थे। जब वे वापस लौट रहे थे तो बाढड़ा से थोड़ा पहले काले रंग की पंजाब नंबर की स्कॉर्पियों आई और जिसमें 3 युवक सवार थे। उस दौरान ओवरटेक को लेकर उनके साथ कहासुनी हुई और इसके बाद काले रंग की स्कोर्पियो में सवार युवकों ने फायर कर दिया।
राहुल ने बताया कि इसके बाद उसने अपनी स्कोर्पियो भगा ली और उमरवास-जीतपुरा मोड़ के समीप स्कोर्पियो अनियंत्रित होकर पलट गई। इसके बाद आरोपी पीछा करते हुए वहां पहुंचे और राहुल की स्कोर्पियो पर फायरिंग शुरू कर दी। उस दौरान नैवी जवान हेमंत और दिनेश को गोली लगी जबकि आरोपी मौके से फरार हो गए। गोली लगने से घायल दोनों नैवी जवान को भिवानी अस्पताल ले जाया गया और वहां से उन्हें रोहतक पीजीआई रेफर किया गया। एसपी ने बताया कि बाढड़ा थाना पुलिस ने इस संबंध में हत्या के प्रयास और सशस्त्र अधिनियम के तहत केस दर्ज किया था।
एसपी पूजा वशिष्ठ ने बताया कि आठ मार्च की रात सीआईए प्रभारी एसआई कप्तान सिंह, स्पेशल स्टाफ प्रभारी एसआई दिलबाग सिंह और साइबर सैल प्रभारी के संयुक्त प्रयासों सेतीनों आरोपी भारत, अंकित और हिम्मत को गिरफ्तार किया गया है। हिम्मत को झज्जर जिले से जबकि अंकित और भारत को आगरा से काबू किया गया।