प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व के फैसलों पर टीका-टिप्पणी करना किसी भी नेता के लिए उचित नहीं है। कुमारी सैलजा को हाईकमान के सामने अपनी बात रखनी चाहिए। अगर कोई बड़ा नेता ऐसे बयान देता है तो पार्टी के निचले कार्यकर्ताओं तक गलत मैसेज जाता है।
कुमारी सैलजा को अनुशासनहीनता के चलते नोटिस देने के सवाल पर चौधरी उदयभान ने कहा कि वे पार्टी की वरिष्ठ नेता हैं, प्रदेशों की प्रभारी रही हैं, वह मेरे से बाहर हैं। मैं उनको क्या नोटिस दूंगा, वह मेरी पावर में नहीं हैं। मैं तो प्रार्थना कर सकता हूं, ऐसे बयानों से कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटता है। उदयभान ने कहा कि कुमारी सैलजा के विषय में मुझे कोई बात करनी होगी तो कांग्रेस नेतृत्व से करूंगा न कि सार्वजनिक मंच पर|
गौरतलब है कि कुमारी सैलजा शुरू से ही पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर निशाना साधती रही हैं। टिकट आवंटन से लेकर संगठन नहीं बनाने को लेकर सैलजा सवाल उठाती रही हैं।