किसानों के दिल्ली कूच का आज चौथा दिन है। संयुक्त किसान मोर्चा और मजदूर संघ ने आज भारत बंद का आह्वान किया है। किसानों के समर्थन में अब हरियाणा में भी प्रदर्शन की तैयारी हो गई है। वहीं BKU (चढ़ूनी) के वर्कर आज हरियाणा के सभी टोल फ्री करेंगे। वहीं किसान आन्दोलन की आड़ में उपद्रवियों द्वारा शम्भू बॉर्डर पर उत्पात मचाया जा रहा है। उपद्रवी पुलिस पर बार-बार पत्थरबाजी कर रहे। बताया जा रहा है कि पुलिस के 18 व पैरामिलट्री के 07 जवानों सहित कुल 25 जवान घायल हुए है।
बता दें कि किसानों की मांगों पर केंद्र सरकार लगातार बातचीत कर रही है। पिछले 9 दिनों में तीन बैठकें की हैं। किसानों का आंदोलन 13 फरवरी से शुरू हुआ। इसके पहले दो बैठकें हुईं। तीसरी बैठक 15 फरवरी को चंडीगढ़ में हुई। अब अगली बैठक आगामी रविवार को होगी।
किसान आंदोलन रोकने के लिए पंजाब CM भगवंत मान ने किसान नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों की चंडीगढ़ में 8 फरवरी को पहली बैठक करवाई थी। किसानों के केस वापस लेने, नकली बीजों और स्प्रे बनाने वाली कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई समेत अन्य मांगों पर सहमति बनी थी। लेकिन एमएसपी पर सहमति ना बनने पर किसानों ने दिल्ली कूच का फैसला नहीं टाला।
किसान आंदोलन रोकने की अंतिम कोशिश 12 फरवरी को हुई, जो बेनतीजा रही। चंडीगढ़ में साढ़े 5 घंटे की मीटिंग चली। किसान नेताओं ने कहा कि हर मुद्दे पर चर्चा हुई। सरकार किसानों की मांगों पर सीरियस नहीं थी। किसान टकराव नहीं चाहते लेकिन सरकार के मन में खोट है। वह हमें कुछ नहीं देना चाहती। जिसके बाद किसानों ने आंदोलन पर कायम रहने की बात कही।