केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों के मुद्दे को लेकर बयान जारी किया, कि हम कृषि से संबंधित चर्चा करने के लिए तैयार है।

Parmod Kumar

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केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि संसद के मानसून सत्र की शुरुआत के बाद से भारत सरकार कह रही है कि हम कृषि से संबंधित किसी भी विषय पर विस्तृत चर्चा करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने बताया कि कृषि पर चर्चा की मांग को आज राज्यसभा में स्वीकार कर लिया गया. जैसे ही चर्चा शुरू हुई कांग्रेस, आप और टीएमसी ने अलोकतांत्रिक रवैया अपनाया.

नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कांग्रेस इस बात को पचा नहीं पा रही है कि नई सरकार की नीतियों से किसान समृद्ध हो रहे हैं. राज्यसभा में चर्चा के दौरान कांग्रेस और टीएमसी के रवैये ने लोकतंत्र को एक बड़ा झटका दिया है और यह साबित करता है कि नए कृषि कानूनों में कुछ भी काला नहीं है. काला सिर्फ विपक्षी नेताओं के कपड़ों में देखा जा सकता है.

मानसून सत्र की शुरुआत से ही हंगामे जारी

संसद का मौजूदा मानसून सत्र शुरुआत से ही हंगामे की भेंट चढ़ा हुआ है. विपक्ष पेगासस, कृषि काननों के मुद्दे पर चर्चा कराने को लेकर अड़ा हुआ है. आज यानी मंगलवार को भी राज्यसभा में किसानों के मुद्दे को लेकर विपक्ष का जोरदार हंगामा देखा गया. ऐसे में राज्यसभा की कार्यवाही कई बार बाधित हुई और आखिरकार बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई.

विपक्ष लगातार नए कृषि कानूनों को लेकर सरकार पर हमला बोले हुए है. विपक्ष और किसान संगठनों का इसके खिलाफ प्रदर्शन जारी है. इस बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मंगलवार को संसद में कहा कि सरकार इस मसले के समाधान के लिए किसानों से चर्चा के लिए हमेशा तैयार है लेकिन, विपक्ष चर्चा नहीं करने दे रहा है.