केंद्रीय मंत्री रतन लाल कटारिया ने अपने पद से इस्तीफा दिया, सुनीता दुग्गल को केंद्रीय कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। 

Parmod Kumar

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मोदी कैबिनेट का आज शाम को विस्तार होने जा रहा है. इसके लिए नेताओं का दिल्ली में जमावड़ा शुरू हो गया है. सिरसा से सांसद सुनीता दुग्गल प्रधानमंत्री भवन पहुंच चुकी है. इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर है कि अंबाला से बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री रतन लाल कटारिया को केंद्रीय कैबिनेट से हटाया जा सकता है. खबर ये भी है कि उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उनकी जगह अब सिरसा से सांसद सुनीता दुग्गल को हरियाणा से केंद्रीय कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है।

कौन हैं रतनलाल कटारिया?

बता दें कि रतन लाल कटारिया दलित समुदाय से संबंध रखते हैं. अभी उनके पास भारत सरकार में केंन्द्रीय जल शक्ति राज्यमंत्री का पद है. रतन लाल कटारिया अंबाला की आरक्षित सीट से बीजेपी सांसद हैं. कटारिया प्रदेश में बीजेपी के अनुसूचित जाति के बड़े नेता हैं. वो हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. उनके लंबे राजनीतिक अनुभव को देखते हुए शायद उन्हें केंद्रीय कैबिनेट में जगह मिली थी, लेकिन अब परिस्थितियां बदल चुकी हैं।

फिलहाल इस रेस में सिरसा से सांसद सुनीता दुग्गल  का नाम आगे चल रहा है. एक तो सुनीता दुग्गल भी दलित समुदाय से आती हैं. दूसरा वो हरियाणा में इकलौती महिला सांसद हैं. मोदी कैबिनेट में महिला सशक्तिकरण पर जोर दिया सकता है. शायद यही वजह है कि रतन लाल कटारिया की जगह सुनीता दुग्गल को चुना गया है. क्योंकि बीजेपी हरियाणा में दलित वोटबैंक को खोना नहीं चाहेगी. साल 2014 में सुनीता दुग्गल आईआरएस के पद से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुई थीं. साल 2014 में ही सुनीता दुग्गल ने सिरसा की रतिया विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन वो चुनाव में हार गईं. इसके बाद बीजेपी ने फिर से सुनीता दुग्गल पर भरोसा रखते हुए सिरसा लोकसभा की टिकट दिया. सिरसा की सीट भी आरक्षित है. जहां से सुनीता दुग्गल सांसद चुनी गई हैं।