कृषि कानूनों को लेकर किसानों का विरोध लगातार जारी है। इसको लेकर राजनेताओं के बयान भी लगातार सामने आते रहते हैं। लेकिन हरियाणा के लोकसभा सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री रतनलाल कटारिया एक बार फिर अपने बयान को लेकर सुर्खियों में आ गए हैं। इस बार उन्होंने किसानों पर बयान दिया है। कटारिया ने किसानों को कांग्रेस राज के संघर्ष भरे दिन याद दिलाते हुए नसीहत दी है। उन्होंने कहा- ‘किसान वो दिन याद करें जब गन्ने की पेमेंट के लिए कांग्रेस ने किसानों को घोड़ों के पैरों तले कुचलवाया था।’ आपको बता दें कि अंबाला में कई बार किसानों के विरोध प्रदर्शन का शिकार हो चुके केंद्रीय राज्य मंत्री रतनलाल कटारिया रविवार को एक बार फिर अंबाला पहुंचे थे। जहां मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से यमुनानगर इलाके में रेलवे ओवर ब्रिज का शिलान्यास किया। शिलान्यास के बाद फिर किसानों के मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए किसानों को बड़ी नसीहत दे डाली। कटारिया ने किसानों को लेकर कहा कि किसान वो दिन याद करें जब गन्ने की पेमेंट के लिए कांग्रेस ने किसानों को घोड़ों के पैरों तले कुचलवाया था। कटारिया ने कहा कि अब जब से वो मंत्री बने हैं, तभी से किसानों ने उनकी जान के पीछे पड़े हैं किसानों को अब समझ जाना चाहिए और देशहित में फैसला लेना चाहिए। कटारिया ने कैमरों के सामने हाथ जोडक़र किसानों से माफी मांगते हुए कहा कि हम फसलों का दोगुना दाम देकर भी किसानों के आगे हाथ जोडक़र खड़े हैं। कटारिया ने देश में बोलने की आजादी मन की बात तक सिमित होने के राहुल गांधी के ट्वीट पर राहुल गांधी को शायराना अंदाज में जवाब दिया। कटारिया ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष को अपनी दुकान चलानी है और जब तक ये हमें गालियां नहीं दे लेते तब तक इनकी दुकान नहीं चलती।













































