UP Board Exam 2025: इस बार 54 लाख छात्र, ऐसे स्कूलों में नहीं होगा सेंटर.. आ गई यूपी बोर्ड परीक्षा की ताजा खबर !

parmodkumar

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UP Board Pariksha 2025 Latest News in Hindi: यूपी बोर्ड कक्षा 10वीं 12वीं की परीक्षा 2025 की तैयारियां चल रही हैं। यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 में कुल स्टूडेंट्स की संख्या पिछली बार से कम है। केंद्रों के निर्धारण को लेकर भी ज्यादा सख्ती बरती जा रही है, ताकि यूपी हाईस्कूल और इंटर परीक्षा में नकल न हो।

यूपी बोर्ड एग्जाम 2025 के आंकड़े आ चुके हैं। इस बार कुल 54,38,597 छात्र छात्राओं ने यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। अगर क्लास वाइज बात करें, तो यूपी बोर्ड हाईस्कूल की परीक्षा 2025 के लिए पंजीकृत विद्यार्थियों की संख्या 27,40,151 है। जबकि यूपी बोर्ड इंटर की परीक्षा 2025 के लिए कुल 26,98,446 स्टूडेंट्स ने रजिस्टर किया है।

ये संख्या पिछले साल यानी यूपी बोर्ड एग्जाम 2024 से कम है, जब यूपी बोर्ड कक्षा 10 और 12 के लिए कुल 55,25,308 छात्र छात्राओं ने पंजीकरण कराया था। हालांकि इनमें से 4 लाख से ज्यादा बच्चों ने परीक्षा छोड़ दी थी। बताया गया था कि नकल रोकने के लिए प्रशासन द्वारा की गई सख्ती के कारण स्टूडेंट्स एग्जाम देने नहीं आए।

सेंटर बनाने की प्रक्रिया शुरू

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की तरफ से भी यूपी बोर्ड हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2025 को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। राज्य के सभी जिलों में परीक्षा केंद्र निर्धारण का काम शुरू हो गया है। यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 में किन स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा, इसके लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग ने तहसील स्तर पर गठित कमिटी स्कूलों में जाकर निरीक्षण कर रही है।

डीआईओएस डॉ. धर्मवीर सिंह ने बताया कि यूपी 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं को लेकर स्कूलों का डाटा पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा है। उसमें इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ ही बच्चों की संख्या, कुर्सी, सीसीटीवी कैमरे सहित कई तरह की जानकारी अपलोड की जा रही है। इन सभी चीजों की जांच के लिए तहसील स्तर पर कमेटी का गठन हो गया है। सभी केंद्रों में सुविधाओं की रिपोर्ट तैयार की जा रही है।

 इस बार कम होंगे सेंटर

DIOS ने कहा कि इस सत्र में केंद्र की संख्या कम हो सकती है। इस बार एक केंद्र पर अधिकतम दो हजार छात्र-छात्राएं परीक्षा दे पाएंगे। क्योंकि यूपी बोर्ड की ओर से संचालित विद्यालयों में सबसे अधिक विवाद के मामले सामने आते हैं। इस बार बोर्ड की ओर से निर्णय लिया गया है कि प्रबंधकीय विवाद वाले स्कूलों में हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए केंद्र नहीं बनाए जाएंगे। इसके साथ ही विद्यालयों के बीच परीक्षार्थियों का पारस्परिक आवंटन भी नहीं होगा। केंद्रों की संख्या कम होने से निगरानी करने में भी आसानी होगी। इसके साथ ही परीक्षा में नकल रोकने में भी मदद मिल सकेगी।