सिरसा के नाथूसरी चोपटा के पास से गुजरने वाली वरूवाली नहर शुक्रवार सुबह अचानक टूट गई, जिससे नहर में करीब 50 फीट चौड़ी दरार आ गई। इस हादसे से गेहूं और सरसों की लगभग 60 एकड़ फसलें जलमग्न हो गईं। स्थानीय किसानों ने तुरंत सिंचाई विभाग को सूचित किया, जिसके बाद नहर को नहराना हेड से बंद कर दिया गया।
पहले भी टूट चुकी है नहर
यह पहली बार नहीं है जब वरूवाली नहर टूटी है। किसानों का कहना है कि इस स्थान पर पहले भी दो बार नहर में दरार आ चुकी है। किसानों ने इसे सिंचाई विभाग की लापरवाही बताया है।
किसानों को भारी नुकसान
नहर टूटने से खेतों में जलभराव हो गया है, जिससे किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं। किसानों ने मांग की है कि उन्हें इस नुकसान का मुआवजा दिया जाए, क्योंकि जलभराव के कारण वे आगे कोई फसल नहीं बो पाएंगे। इसके अलावा, नहर के अंतिम छोर पर स्थित गांवों के किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल पाया है।
सिंचाई विभाग की कार्रवाई
सूचना मिलने पर सिंचाई विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। विभाग ने नहर को बंद करवा दिया है और मरम्मत कार्य शुरू करने की बात कही है। हालांकि, किसानों ने बार-बार नहर टूटने की घटनाओं को लेकर अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं।