महुआ मोइत्रा अपने बेबाक बयानों और भाजपा सरकार पर तीखा हमला करने के लिए जानी जाती हैं। बीते साल दिसंबर में संसद की समिति ने पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले में टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा को दोषी माना था और उन्हें संसद सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया था। भाजपा पर निशाना साधते हुए महुआ मोइत्रा ने कहा कि ‘मैं संसद में अपने पहले भाषण से कहती आ रही हूं। भाजपा भारत के संसदीय लोकतंत्र के लिए खतरनाक है, लेकिन भारत महान देश है और यह फासीवादी ताकतों से तबाह नहीं होगा।’
सीबीआई की छापेमारी और ईडी के समन मिलने पर महुआ मोइत्रा ने आरोप लगाया कि जांच एजेंसियां भाजपा का ही हिस्सा हैं। मोइत्रा ने आरोप लगाया कि सीबीआई और ईडी उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने और उनके चुनाव अभियान को बर्बाद करने के लिए काम कर रही हैं। मोइत्रा ने कहा कि चुनाव आयोग की भी विश्वसनीयता नहीं बची है। चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति सरकार के दो तिहाई बहुमत वाली समिति कर रही है। यह पूरी कवायद फर्जी है।