ग्रामीणों ने खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय के एसईपीओ प्रवीण कुमार पर काम नहीं करने का आरोप लगाया। एसईपीओ प्रवीण कुमार ने कहा कि यह मामला अभी उनके संज्ञान में आया है, लेकिन ग्रामीणों ने कहा कि अधिकारी को पहले भी अवगत कराया गया था लेकिन अब यह झूठ बोल रहा है। इसके बाद एसईपीओ व ग्रामीण उपमंडल अधिकारी के समक्ष ही आमने-सामने हो गए। इसके बाद उपमंडल अधिकारी संजीव कुमार ने स्वयं कमान संभाली तथा दो दिन में समस्या का समाधान कराने का आश्वासन दिया।
गांव ढाणा निवासी शंकर सिंह ने उपायुक्त के नाम सौंपी अपनी शिकायत में बताया कि उसके घर व मोहल्ले का एकमात्र रास्ता जो की गांव की फिरनी भी है। यह रास्ता मोहल्ले निवासी एक व्यक्ति ने भवन निर्माण सामग्री डालकर रोक रखा है। इसके अलावा गांव के अन्य रास्तों पर भी लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है। जब उसने रास्ता खोलने की मांग की तो रास्ता बाधित करने वाले लोगों ने उसको धमकी दी। रास्ता बंद होने के कारण स्कूल जाने वाले विद्यार्थियों को भी काफी परेशानी होती हैं। क्योंकि यह स्कूल जाने का एकमात्र रास्ता हैं।
डॉ. धर्मबीर पायगा, वारंट ऑफिसर रामभक्त यादव, सूबेदार जयराम, संदीप शास्त्री, तेजपाल धोलिया, सूबेदार अभयसिंह, कैप्टन विजय प्रकाश, कैप्टन विजय प्रकाश, भूपेंद्रपाल, नरेश कुमार, कर्ण सिंह ने बताया कि खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय को बार-बार समस्या से अवगत कराया था। समस्या का समाधान नहीं होने पर ग्रामीणों ने कैंप कार्यालय का सहारा लिया। मंगलवार को ग्रामीण बलवान फौजी के नेतृत्व में कैंप कार्यालय पहुंचे थे। जब बलवान फौजी ने ग्रामीणों का पक्ष रखा। इसी दौरान एसईपीओं के साथ बहस शुरू हो गई। काफी देर तक बहस चलती रही। इसके बाद एसडीएम ने ग्रामीणों की शिकायत लेकर दो दिन में समाधान का आश्वासन दिया। इसके बाद मामला शांत हुआ।