गांव मुंडलाना के युवक की रोहतक के निजी अस्पताल में रक्तदान करने के बाद घर आने पर अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद मौत होने पर बृहस्पतिवार दोपहर को ग्रामीण मुंडलाना में शव को रखकर संपर्क मार्ग पर बैठ गये। जिस पर मौके पर पहुंचे एसडीएम आशीष वशिष्ठ व एसीपी सोमबीर देशवाल ने ग्रामीणों को समझाकर शव का अंतिम संस्कार कराया।
बता दें कि गांव मुंडलाना निवासी मनीष ने कई दिन पहले रोहतक जाकर एक निजी अस्पताल में बुजुर्ग महिला के निए रक्तदान किया था। जिसके बाद तबीयत बिगडऩे पर परिजनों ने उसे खानपुर कलां के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दाखिल कराया था, जहां पर उनकी मौत हो गई थी। सदर थाना पुलिस ने 24 अक्तूबर को शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया था। इसके बाद परिजन शव को लेकर रोहतक में शीला बाईपास स्थित अस्पताल के बाहर बैठ गए थे। परिजन अस्पताल संचालक के खिलाफ कार्रवाई करने और मनीष की पत्नी को नौकरी दिलाने की मांग पर अड़े गये। बाद में आश्वासन मिलने पर बुधवार को देर रात परिजन शव को लेकर मुंडलाना पहुंच गए थे। उन्होंने सुबह गांव में पंचायत की और एकत्रित होकर रोड जाम करने की बात कही। दोपहर को ग्रामीण रोहतक-पानीपत हाईवे पर पहुंच गए और शव को सर्विस रोड पर रखकर रोष प्रकट किया। करीब एक घंटे के बाद एसडीएम आशीष वशिष्ठ व एसीपी सोमबीर के ठोस कार्रवाई का आश्वासन देने पर ग्रामीण अंतिम संस्कार को तैयार हुए।
”मुंडलाना गांव के युवक की मौत हो गई। ग्रामीणों ने उचित कार्रवाई करने की मांग की है। ग्रामीणों को समझाया गया है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद उनके अनुसार ठोस कार्रवाई की जाएगी। मृतक की पत्नी को आर्थिक मदद दिलाने को लेकर उच्च अधिकारियों से बातचीत की जाएगी।”