नई दिल्लीः सोशल मीडिया पर गिरोहों और गैंगस्टर्स को फॉलो करने और उनकी पोस्ट लाइक करने वाले लड़के-लड़कियों की दिल्ली पुलिस लिस्ट तैयार कर रही है। सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ अपनी फोटो-विडियो और गैंगस्टर्स की रील्स अपलोड करने वाले भी टारगेट पर हैं। दिल्ली पुलिस के इस सोशल मीडिया सर्च ऑपरेशन में उन नाबालिगों की भी पहचान की जा रही है, जो गैंगस्टर्स से प्रभावित रहते हैं।
पुलिस ऐसे कर रही पड़ताल
पुलिस अफसरों का कहना है कि ऐसे कई लड़के-लड़कियां हैं, जिनका पुलिस रिकॉर्ड नहीं है। लेकिन ये समाज के लिए कभी भी घातक हो सकते हैं। गोविंदपुरी में सिपाही किरण पाल की हत्या करने वाले तीनों आरोपियों का भी कोई पुलिस रिकॉर्ड नहीं था, लेकिन वो चाकू-पिस्टल लेकर चलते थे। सोशल मीडिया पर सक्रिय थे। स्पेशल सेल के एनकाउंटर में मारे गए आरोपी राघव उर्फ रॉकी के पिस्टल-चाकू के साथ कई विडियो अपलोड थे। नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में नाबालिगों के मकोका, माया, अल्लू और चौधरी गैंग भी सोशल मीडिया के जरिए सुर्खियों में रहे हैं।
दिल्ली पुलिस ने तेज किया एक्शन
thesadaknama.com क्राइम स्पेशल में ‘फॉलोअर्स से लेकर फायरिंग तक का खेल’ हेडलाइन से 31 अक्टूबर को छपे लेख में सोशल मीडिया के जरिए लड़के-लड़कियों के गैंगों के करीब आने, सोशल मीडिया पर हिट होने के लिए नाबालिगों के कुछ भी कर गुजरने, गैंगस्टर्स और उनके गुर्गों के इन्हें अपने जाल में फंसाने के मामले को thesadaknama.com ने प्रमुखता से उठाया था।
दिल्ली पुलिस ने इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म को खंगालना शुरू कर दिया है। सभी जिलों ने उन लड़के-लड़कियों की लिस्ट बनानी शुरू कर दी है, जो किसी गैंगस्टर या गिरोह को फॉलो कर रहे हैं। इनके पोस्ट को लाइक या उन पर कमेंट्स करते हैं।
पिस्टल के साथ फोटो तो बढ़ेगी मुश्किल!
नॉर्थ ईस्ट जिला पुलिस ने सितंबर में न्यू उस्मानपुर से अनुराग उर्फ अन्नू उर्फ सुक्खा को अरेस्ट किया था। इसने पिस्टल के साथ फोटो अपलोड की थी। शाहदरा जिला पुलिस ने भी सोमवार को भोलानाथ नगर के गुरकीरत सिंह उर्फ रॉबी को तमंचे के साथ विडियो अपलोड करने पर अरेस्ट किया। यह बीए फाइनल का स्टूडेंट है। दोनों से हथियार रिकवर हुए, जिन्होंने इलाके में दबदबे या फॉलोअर्स बढ़ाने के लिए ये फोटो-विडियो अपलोड किए। दोनों पर पहले कोई केस नहीं है।