Virat Kohli बच्‍चों के लिए खुद बनाते हैं खाना, सैट कर रखा है दिनभर का रूटीन, Parents अपना लेंगे तो हेल्दीरहेंगे​ !

parmodkumar

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आज विराट कोहली का जन्‍मदिन है। उनके क्रिकेट करियर के बारे में तो सभी जानते हैं लेकिन इनकी पर्सनल लाइफ के बारे में बहुत कम ही पता है। विराट और अनुष्‍का के दो बच्‍चे हैं-एक बेटी और एक बेटा। दोनों ही अपने बच्‍चों की परवरिश को सबसे ऊपर रखते हैं और अपनी फैमिली को सबसे ज्‍यादा प्रायोरिटी देते हैं।

अनुष्‍का और विराट ने अपने बच्‍चों के लिए घर में कुछ नियम बनाए हैं और ये कपल अपने बच्‍चों की परवरिश में कुछ खास चीजों को फॉलो करता है जिसके बारे में आज हम आपको यहां बताने जा रहे हैं। आज विराट के जन्‍मदिन के मौके पर हम आपको विराट और अनुष्‍का के पेरेंटिंग स्‍टाइल की कुछ खास बातें बताने जा रहे हैं।

अनुष्‍का ने बताया कि उन्‍हें और विराट दोनों को ही खाना बनाना पसंद है और उनका मानना था कि अगर वो खुद अपने बच्‍चों के लिए खाना नहीं बनाएंगे तो कोई फायदा नहीं है। दोनों खाना बनाने की कला अपने बच्‍चों को देना चाहते हैं इसलिए कभी विराट तो कभी अनुष्‍का खाना बनाती हैं।

एक इंटरव्‍यू में अनुष्‍का ने कहा कि वामिका एक स्ट्रिक्‍ट रूटीन फॉलो करती है और डिनर टाइम को लेकर तो बहुत सख्‍ती है। वामिका शाम 5.30 बजे डिनर कर लेती है। वो खुद डिनर जल्‍दी करना चाहती है और कई बार वो दोनों घर पर अकेले होते हैं तो फिर खाना खाकर जल्‍दी सो जाते हैं। अनुष्‍का ने कहा कि जल्‍दी खाने से नींद अच्छी आती है और आप सुबह फ्रेश उठते हैं।

अनुष्‍का और विराट को काम की वजह से बहुत ज्‍यादा ट्रैवल करना पड़ता है इसलिए दोनों कोशिश करते हैं कि उन्‍हें जब भी मौका मिले वो अपने बच्‍चों के साथ इंजॉय करें। उनके ट्रैवल करते रहने की वजह से बच्‍चों की जिंदगी में कई बदलाव आते हैं इसलिए उन्‍होंने एक रूटीन तैयार किया है जैसे कि खाने और सोने का समय फिक्‍स है।

अनुष्‍का ने कहा कि आज बच्‍चों की परवरिश के बारे में सोशल मीडिया पर बहुत कुछ मिल जाता है लेकिन कभी-कभी ये आपको पागल भी कर सकता है। सोशल मीडिया या ऑनलाइन ट्रेंड पर आंख मूंदकर भरोसा करने के बजाय हमें अपने मन की आवाज सुननी चाहिए।

अनुष्‍का आर्मी फैमिली से हैं और उनकी परवरिश अनुशासन के साथ हुई है। वो भी अपने बच्‍चों में वही वैल्‍यू डालना चाहती हैं जो उन्‍हें मिली हैं। अनुष्‍का ने एक उदाहरण देते हुए बताया कि जब वो खाने की टेबल पर कहते थे कि उन्‍हें ये नहीं खाना है, तो उनके पिता उन पर चिल्‍लाते नहीं थे बल्कि यही कहते थे कि तुम जा सकते हो लेकिन जब तुम्‍हें भूख लगेगी, तो यही खाना पड़ेगा।