उत्तर भारत में मौसम का कहर: भारी बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी

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उत्तर भारत में मौसम का कहर: भारी बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी

उत्तर भारत में आने वाले दिनों में मौसम का मिजाज काफी बदला हुआ रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, 24 से 26 फरवरी और फिर 27 फरवरी से 1 मार्च के बीच दो स्ट्रांग वेस्टर्न डिस्टरबेंस सक्रिय होने वाले हैं, जो पहाड़ी और मैदानी इलाकों में तेज बारिश, बर्फबारी और ओलावृष्टि लेकर आएंगे।

पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश और बर्फबारी की आशंका

इन वेस्टर्न डिस्टरबेंस के चलते उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में 200 से 300 मिलीमीटर तक बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है। कुछ स्थानों पर यह आंकड़ा 300 मिलीमीटर से भी अधिक हो सकता है। इससे पहाड़ों में सड़क और जनजीवन प्रभावित हो सकता है, साथ ही ठंड भी बढ़ जाएगी।

पंजाब और राजस्थान में हल्की बारिश के आसार

24 और 25 फरवरी को पंजाब के उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में कहीं-कहीं हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है। वहीं, राजस्थान के श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों में बेहद कम स्थानों पर नाम मात्र की बूंदाबांदी या एक-दो जगह हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।

27 फरवरी से 1 मार्च: खतरनाक सिस्टम का अलर्ट

सबसे ज्यादा असर 26 फरवरी की रात से लेकर 1 मार्च के बीच देखने को मिलेगा। इस दौरान पंजाब और हरियाणा में खतरनाक बारिश हो सकती है, जिसमें भारी ओलावृष्टि के साथ 3 से 5 टॉरनेडो बनने की भी आशंका है। उत्तरी, पश्चिमी और पूर्वी भागों में तेज हवाओं के साथ तेज बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है, जिससे फसलों को नुकसान पहुंच सकता है।

राजस्थान में 28 फरवरी और 1 मार्च को होगा ज्यादा असर

राजस्थान में इस सिस्टम का असर 27 फरवरी से 1 मार्च तक रहेगा। 28 फरवरी और 1 मार्च को सबसे ज्यादा असर दिखेगा, खासकर जैसलमेर, बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू और झुंझुनू जिलों में। इन इलाकों में मध्यम से तेज बारिश के साथ-साथ ओलावृष्टि भी हो सकती है।

फाइनल अपडेट 25 फरवरी को

इस पूरे सिस्टम को लेकर मौसम केंद्र 25 फरवरी को अंतिम पूर्वानुमान जारी करेगा। किसानों और आम लोगों को सलाह दी जाती है कि वे इस दौरान सतर्क रहें और मौसम की जानकारी पर नजर बनाए रखें।

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