दूध के सफेद मूसली लेने से क्या होता है? Dr. ने बताई जड़ी बूटी की ताकत, मर्दाना ताकत बढ़ाने का देसी तरीका

parmodkumar

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सफेद मूसली एक बहुत फेमस आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जो खासकर पुरुषों की कमजोरी, इरेक्टाइल डिस्फंक्शन, शीघ्रपतन और स्वप्नदोष जैसी समस्याओं में उपयोगी मानी जाती है। इसके अलावा यह वजन बढ़ाने, इम्यूनिटी मजबूत करने और शरीर की कमजोरियों में भी फायदेमंद है।

आयुर्वेद में सफेद मूसली को रसायन और बृंहण औषधि कहा जाता है, यानी यह शरीर को ताकत और मजबूती देने वाली जड़ी-बूटी है। डॉक्टर प्रतीक अग्रवाल के अनुसार (ref.) सफेद मूसली पतली, सफेद डंडी जैसी होती है, जिसे किसी भी अच्छे पंसारी या आयुर्वेदिक दुकान पर आसानी से मिल सकती है।

अगर बात करें मूसली के आयुर्वेदिक गुणों की तो यह गुरु (भारी) होती है। इसमें स्निग्ध (चिकनाहट) गुण होता है, जो शरीर में नमी और ताकत बढ़ाता है। इसका रस और विपाक मधुर यानी मीठा होता है।

सफेद मूसली पुरुषों की यौन समस्याओं में बहुत फायदेमंद है। यह इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या में मदद करती है, स्ट्रेस कम करके टेस्टोस्टेरोन लेवल बढ़ाती है और क्षमता सुधारती है। इसके अलावा, शीघ्रपतन में भी राहत देती और स्वप्नदोष के बाद होने वाली कमजोरी और थकान को दूर करके शरीर को फिर से ऊर्जा देती है। साथ ही, यह शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाती है।

सफेद मूसली वजन बढ़ाने और मसल्स बनाने में भी मददगार है। जो लोग दुबले-पतले हैं, कमजोर हैं या जिम करते हैं, उनके लिए यह मसल्स मजबूत बनाने और शरीर को ताकत देने में बेहद फायदेमंद है। इसके साथ ही यह इम्यूनिटी बढ़ाने में भी सहायक है, जिससे बार-बार सर्दी-जुकाम और बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।

सफेद मूसली पेशाब कम आने, पेशाब में जलन और महिलाओं में सफेद पानी यानी ल्यूकोरिया जैसी समस्याओं में भी उपयोगी साबित होती है। यह इन परेशानियों को कम करने में मदद करती है और शरीर की सामान्य कार्यक्षमता को सुधारती है।

सफेद मूसली का बारीक चूर्ण तैयार करके इसका सेवन दिन में दो बार किया जा सकता है। सुबह नाश्ते के बाद 3 से 5 ग्राम और रात को खाने के बाद 3 से 5 ग्राम इसे गुनगुने दूध के साथ लेना चाहिए ताकि शरीर को आसानी से पच सके और अधिक फायदा मिल सके।

सफेद मूसली भारी (गुरु) होती है, इसलिए जिन लोगों का पाचन कमजोर है, उन्हें इसे डॉक्टर से पूछकर ही लेना चाहिए। यह कफ बढ़ाती है, इसलिए जिन्हें सर्दी-खांसी जल्दी होती है, जिनके शरीर में कफ ज्यादा बनता है या जिन्हें दमा की समस्या है, वे भी इसे डॉक्टर की सलाह से ही लें। गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली महिलाएं भी बिना एक्सपर्ट की सलाह के इसका सेवन न करें।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।