पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने जब ‘नायक’ की तरह संभाली बस की स्टेयरिंग, देखिये

Parmod Kumar

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आमतौर पर फिल्मों की कहानी काल्पनिक होती है। अगर किसी फिल्म से मिलती जुलती कहानी असल जिंदगी में भी दोहरायी जाए तो वह आकर्षण का केन्द्र बन जाती है। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बुधवार को छात्रों के लिए मुफ्त बस सेवा का शुभारंभ किया।

इस मौके पर उन्होंने खुद स्टेयरिंग संभाली और कुछ दूर तक बस चलायी। चन्नी ने कहा, “लोग कहते हैं कि मैं सब काम कर लेता हूं। तो अब उन्हें बता देना चाहता हूं कि मैं बस भी चला लेता हूं।” वे भारत के संभवत: पहले मुख्यमंत्री हैं जो बस भी चला लेते हैं। अब याद कीजिए फिल्म नायक का वह दृश्य जब अनिल कपूर एक दिन का सीएम बनते हैं और भ्रष्टाचार की जांच के लिए एक सिख ड्राइवर का वेश धारण कर लेते हैं। वे ट्रक चलाते हुए मुम्बई महानगर पालिका के चुंगी नाका पर पहुंचते हैं। क्या चरणजीत सिंह चन्नी को बस चलाने का ‘आइडिया’ फिल्म नायक से मिला ? उन्हें मालूम था कि अगर वे खुद बस चलाएंगे तो मीडिया में उन्हें तगड़ा एक्सपोजर मिलेगा । ऐसा ही हुआ। चन्नी चर्चा का केन्द्र बन गये हैं। चुनावी मौसम में एक नेता को इससे अधिक और क्या चाहिए।

एक सीएम ट्रक ड्राइवर !

चन्नी साहेब के बहाने जरा एक दिन के मुख्यमंत्री अनिल कपूर के फिल्मी दृश्य को भी याद कर लेते हैं। फिल्म नायक में अमरीश पुरी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बलराज चौहान की भूमिका निभायी है। अनिल कपूर टेलीविजन पत्रकार शिवाजी राव गायकवाड़ की भूमिका में हैं। एक इंटरव्यू के दौरान मुख्यमंत्री अमरीश पुरी इतने तैश में आ जाते हैं कि वे पत्रकार अनिल कपूर से कहते हैं, सिर्फ एक दिन के लिए सीएम बन कर देखो, आटे-दाल का भाव पता चल जाएगा। चुनौती स्वीकार कर अनिल कपूर एक दिन के लिए सीएम बन जाते हैं। कहानी कई मोड़ से गुजरती है। एक दिन अनिल कपूर सरकारी महकमे में भ्रष्टाचार की जांच के लिए योजना बनाते हैं। वे एक ड्राइवर का वेश धारण कर ट्रक चलाते हुए मुम्बई महानगरपालिका के चुंगी नाका पर पहुंचते हैं। ट्रक पर सब्जियां लदी हैं। नाका पर मौजूद चुंगी वसूलने वाले अधिकारी मुख्यमंत्री अनिल कपूर को पहचान नहीं पाते हैं। वे ट्रक को रूकने का इशारा करते हैं। अनिल कपूर खांटी सिख ड्राइवर के अंदाज में ट्रक से उतरते हैं। चुंगी अधिकारी रोज की तरह ट्रक को आगे बढ़ाने के लिए रिश्वत की मांग करते हैं। अनिल कपूर चुंगी कर्मचारियों को बातों में उलझा कर घूसखोरी की सच्चाई जान लेते हैं। फिर वे अपने मुख्यमंत्री होने का राज खोलते हैं। तब उन्हें पता चलता है कि ये ट्रक ड्राइवर तो असल में राज्य का मुख्यमंत्री है।

एक सीएम बस ड्राइवर

अनिल कपूर का मुख्यमंत्री के रूप में ट्रक ड्राइवर बनना फिल्मी कहानी है। मुख्यमंत्री के रूप में चरणजीत सिंह चन्नी का बस ड्राइवर बनना चुनावी कहानी है। जनता के दिल में जगह बनाने के लिए नेता को कुछ अनोखे काम करने पड़ते हैं। चन्नी साहेब ने कुछ दिन पहले एक टीवी कार्यक्रम के मंच पर भांगड़ा डांस किया था। लोगों ने पहली बार देखा कि एक मुख्यमंत्री भी इतना लाजवाब भांगड़ा कर सकता है। जब कुछ लोगों ने कहा कि एक मुख्यमंत्री को पद की गरिमा रखनी चाहिए थी। तब उन्होंने जवाब दिया, भांगड़ा तो पंजाब की सांस्कृतिक पहचान है। इसके बिना पंजाबियत कैसी। मैं भी आम लोगों की तरह ही हूं। उनकी तरह ही दिल से भांगड़ा करता हूं। क्या केजरीवाल जी भांगड़ा कर सकते हैं ? नहीं कर सकते न ! क्योंकि वं पंजाबी नहीं, बाहरी हैं। जब पंजाब की बात होगी,तो भांगड़ा की भी बात होगी। यही तो मैं बताना चाहता था कि पंजाब का ख्याल पंजाबी ही रख सकता है। अब छात्रों के बीच अपनी छवि बनाने के लिए चन्नी साहेब बस ड्राइवर बन गये। वैसे उनके पास भारी वाहन चलाने का लाइसेंस है कि नहीं, ये तो पता नहीं लेकिन उन्होंने मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए बस चलायी। पंजाब में विधानसभा का चुनाव होने वाला है। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी कुर्सी कायम रखने के लिए ये सब कर रहे हैं।

चन्नी के खिलाफ चन्नी

मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के अनोखे अंदाज के बीच आम आदमी पार्टी ने भी एक दिलचस्प दांव खेला है। ‘आप’ ने उनके खिलाफ एक हमनाम नेता को चुनाव मैदान में उतारा है। सीएम चन्नी पंजाब के चमकौर साहिब सीट से चुनाव लड़ते हैं। आप ने इस सीट पर जिस उम्मीदवार को टिकट दिया है उनका नाम भी चरणजीत सिंह है। इलाके लोग उन्हें डॉ. चन्नी कहते हैं। यानी आप उम्मीदवार का नाम भी चरणजीत सिंह चन्नी है। जब एक नाम के दो उम्मीदवार होंगे तो वोटरों में गफलत होगी ही। आप ऐसा कर के मुख्यमंत्री और कांग्रेस को झटका देना चाहती है। आप ने पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए 85 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिये हैं। वह कांग्रेस की कलह का फायदा उठा कर अपनी स्थिति मंजबूत करना चाहती है। चर्चा है कि केजरीवाल, किसान नेताओं (संयुक्त समाज मोर्चा) को आप के सिम्बल पर चुनाव लड़ने के लिए मना रहे हैं। नये नये ‘आइडिया’ के कारण पंजाब चुनाव दिलचस्प होता जा रहा है।