हरियाणा विधानसभा चुनाव के हॉट सीटों में शामिल तोशाम में सबकी नजरें गड़ी हुईं हैं। यहां मुकाबला भाई-बहन के बीच है। कांग्रेस के अनिरुद्ध चौधरी पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं और श्रुति चौधरी बीजेपी के टिकट पर अपने पिता और मां के गढ़ बचाने में जुटी हैं। दोनों बंसीलाल के पोते-पोती हैं। हालांकि इस परिवार में राजनीति बदल चुकी है मगर इस नतीजे के बाद तोशाम बंसीलाल फैमिली का ही रहेगा !
तोशाम: हरियाणा के तोशाम में अभी तक 14 बार विधानसभा चुनाव हुए, उनमें से 12 बार बंसीलाल के परिवार को जीत मिली। इस सीट से बंसीलाल 6 चुनावों में जीते। उनके बेटे सुरेंद्र सिंह भी तीन बार विधायक चुने गए। सुरेंद्र सिंह के निधन के बाद उनकी पत्नी किरण चौधरी उपचुनाव और तीन विधानसभा चुनावों में जीतती रहीं। 2024 के विधानसभा चुनाव बंसीलाल की पोती श्रुति चौधरी और पोता अनिरुद्ध चौधरी के बीच मुकाबला है। अनिरुद्ध चौधरी पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल के बड़े बेटे रणवीर सिंह महेंद्र के बेटे हैं। एनबीटी के साथ बातचीत में अनिरुद्ध चौधरी ने दावा किया कि इस चुनाव में वह जीत हासिल करेंगे।
अनिरुद्ध चौधरी को क्यों है जीत का भरोसा
बंसीलाल के पोते अनिरुद्ध चौधरी ने कहा कि किरण चौधरी और श्रुति चौधरी के बीजेपी में जाने से लोग नाराज हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के साथ बीजेपी का व्यवहार रहा है, इसे लोग विश्वासघात मान रहे हैं। मैं जितना सोच रहा था, उससे कम चैलेंजिंग है। यह चुनाव जनता और भारतीय जनता पार्टी के बीच की लड़ाई बन गई है।
बेरोजगारी और पानी को बताया बड़ा मुद्दा
बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है। तोशाम के आधे गांव में पानी की समस्या है। बंसीलाल जिन इलाकों में पानी लेकर आए थे, वहां दिक्कत हो रही है। मेरी चाची और बहन बीजेपी में गई, इससे लोगों में रोष है। पिछले 10 साल से तोशाम पिछड़ता गया, तब हम कहते थे कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। अब वे वहां बैठे हैं, इस बात पर जनता नाखुश है।
सहवाग के समर्थन से गदगद हैं अनिरुद्ध
टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेट वीरेंद्र सहवाग के समर्थन पर भी अनिरुद्ध ने खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि वीरेंद्र सहवाग बड़े अच्छे इंसान है। सहवाग ऐसे क्रिकेटर हैं, जिनका दिल बड़ा है। मैं खुशनसीब हूं कि गोल्डन जेनरेशन के क्रिकेटर के साथ काम करने का अवसर दिया। मैसेज देने के लिए उनका आभार मानूंगा ।
‘जीत-हार का फैसला चाचीजी नहीं करेंगी’
एनबीटी के साथ बातचीत में श्रुति चौधरी ने कहा था कि तोशाम में वह अनिरुद्ध चौधरी चैलेंज नहीं मानती हैं। इसके जवाब में अनिरुद्ध चौधरी ने कहा कि श्रुति चौधरी मुझे चैलेंज नहीं मान रही हैं, इससे मैं खुश हूं। मुझे भाइयों का समर्थन मिल रहा है। फैसला मेरी चाचीजी को नहीं करना है, जीत हार जनता तय करेगी। मैं तो उनका आभार व्यक्त करता हूं। अगर वह बीजेपी में नहीं जाती तो मुझे इतनी जल्दी इतना बड़ा राजनीतिक प्लैटफॉर्म नहीं मिलता।