देश की संसद में शुक्रवार को देश के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने MSP की गारंटी को लेकर यूपीए सरकार के जिस कैबिनेट नोट की चर्चा की, दरअसल वही हकीकत है. कोई भी सरकार एमएसपी की गारंटी देने से क्यों बचती है इसे यूपीए सरकार के मंत्रियों ने जो जवाब दिए उसे ही आज सही माना जा सकता है. क्योंकि सरकार की बातों पर डिमांड करने वालों को भरोसा नहीं होता है|
शिवराज सिंह ने राज्यसभा में एमएसपी की गारंटी पर आए एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस ने स्वामीनाथ आयोग की सिफारिशों को मानने से इनकार कर दिया था.शिवराज ने बताया कि उस वक्त कृषि मंत्री कांतिलाल भूरिया ने कहा कि इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता. शिवराज ने किसान नेता शरद पवार जो उस समय यूपीए सरकार में मंत्री थे के भी एक बयान को कोट किया और कहा, कि उत्पादन लागत और एमएसपी के बीच कोई आंतरिक संबंध नहीं हो सकता. मतलब साफ था कि शरद पवार भी एमएसपी पर गारंटी देने से सहमत नहीं थे.