क्या टूट जाएगी जजपा? दुष्यंत चौटाला और विधायकों के बीच बढ़ी खटास, हिसार रैली से पांच ने बनाई दूरी

Parmod Kumar

0
36

पांचों विधायकों के रैली में नहीं पहुंचने के चलते जजपा ने व्हिप जारी किया था। इसलिए सदन के अंदर जब विश्वास मत को लेकर वोटिंग हुई तो उस समय पांचों विधायक सदन से बाहर निकल गए थे। जजपा विधायकों की बढ़ती नाराजगी से साफ है कि वे जजपा के साथ लंबी पारी नहीं खेलेंगे, बल्कि भाजपा के साथ नई पारी का आगाज करेंगे।

हरियाणा में अक्तूबर माह में चुनाव होने हैं। ऐसे में अभी से ये पांचों विधायक भाजपा के साथ अपने संबंधों को प्रगाढ़ कर रहे हैं। सूत्रों का दावा है कि ये पांचों विधायक पार्टी के अन्य विधायकों के साथ भी संपर्क में हैं और उन्हें भाजपा की तरफ लाने की कोशिश की जा रही है।

गठबंधन टूटने के सवाल पर जजपा विधायक रामकुमार गौतम ने कहा कि अब गठबंधन तोड़ने का क्या फायदा, ये तो सरकार बनने के छह माह बाद ही तोड़ देना चाहिए था। अब न तो जजपा को फायदा मिलेगा और न ही भाजपा को। हिसार रैली में न जाने पर गौतम ने कहा कि उनका जजपा के साथ कोई संबंध नहीं है। इसलिए रैली में जाने का सवाल ही नहीं उठता। वह तो सरकार बनने के बाद से ही जजपा से दूर हैं। मनोहर लाल के कार्यकाल को लेकर गौतम ने कहा कि उन्होंने कई ऐतिहासिक कार्य किए हैं। वहीं, नए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को लेकर कहा कि ये भाजपा ने फैसला लिया है, देखेंगे वे कैसा काम करते हैं।