संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू होने जा रहा है। देश के दो राज्यों में हाल ही में विधानसभा चुनाव संपन्न हुए हैं। महाराष्ट्र में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन ने प्रचंड जीत हासिल की है तो वहीं झारखंड में हेमंत सोरेन की जेएमएम के नेतृत्व वाले गठबंधन की जीत हुई है। ऐसे में भाजपा के सांसद नए जोश में संसद में मौजूद होंगे। हालांकि, विपक्ष ने अडानी के मुद्दे पर संसद में चर्चा की मांग की है जिस पर हंगामा होने की आशंका है। वहीं, अब संसद में सांसद डिजिटल हस्ताक्षर किया करेंगे।
वक्फ विधेयक पर रिपोर्ट तैयार
संसद के शीतकालीन सत्र में वक्फ संशोधन विधेयक पर भी चर्चा होने की संभावना है। विधेयक पर विचार कर रही संसद की संयुक्त समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने गुरुवार को जानकारी दी है कि रिपोर्ट तैयार है और इस पर सभी सदस्यों के बीच सहमति बनाने का प्रयास किया जाएगा। वहीं, संयुक्त समिति में शामिल विपक्षी सांसदों ने 29 नवंबर तक निर्धारित समिति का कार्यकाल आगे बढ़ाने की मांग की है। विपक्षी सांसद इस मामले पर 25 नवंबर को लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात करेंगे।
सर्वदलीय बैठक संपन्न
रविवार को संसद के शीतकालीन सत्र की पूर्व संध्या पर परंपरा के अनुसार सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया था। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में 30 दलों के 42 नेताओं ने भाग लिया। विपक्षी दलों ने अडानी समूह के खिलाफ अमेरिका में आरोपों पर संसद में चर्चा कराने की मांग की है। वहीं, केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू ने स्पष्ट किया कि दोनों सदनों में उठाए जाने वाले मामलों पर संबंधित अध्यक्ष की सहमति से उनकी अधिकृत समितियां निर्णय लेंगी। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने संवाददाताओं को बताया कि सरकार ने सभी दलों से संसद का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने की अपील की है।
डिजिटल हस्ताक्षर की शुरुआत
लोकसभा की ओर से जारी किए गए नोटिस में कहा गया है- “सदस्यों को ज्ञात होगा कि 18वीं लोकसभा के दूसरे सत्र तक उपस्थिति दर्ज कराने के लिए एक मोबाइल ऐप का उपयोग किया जा रहा था। अब, इस मोबाइल ऐप के स्थान पर, सदस्यों से अनुरोध है कि वे लॉबी काउंटरों पर उन्हें प्रदान किए जाने वाले डिजिटल पेन का उपयोग करके एक इलेक्ट्रॉनिक टैब पर हस्ताक्षर करके अपनी उपस्थिति दर्ज करें।”