भारतीय एथलीट ज्योति याराजी पेरिस ओलंपिक में अपना दम दिखाने के लिए तैयार हैं। 26 जुलाई से शुरू होने वाले पेरिस खेलों में ज्योति 100 मीटर बाधा दौड़ में हिस्सा लेंगी और ऐसा करने वाली देश की पहली खिलाड़ी बन जाएंगी। ज्योति ने कहा कि वह इन खेलों में अपनी मां की सकारात्मक सोच से प्रेरित होकर शानदार प्रदर्शन करना चाहेंगी। ज्योति की मां विशाखापत्तनम में एक स्थानीय अस्पताल में सफाईकर्मी और घरेलू सहायिका के तौर पर काम करती हैं।
विश्व रैंकिंग कोटे से ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाली याराजी की कोशिश अपनी मां कुमारी के अभी तक के सारे संघर्षों को खत्म करने की होगी। याराजी ने कहा, पहले मैं अपनी व्यक्तिगत जिंदगी, अपने परिवार और पृष्ठभूमि को लेकर बहुत ज्यादा चिंतित रहती थी, लेकिन मैंने काफी कुछ सीखा है। कभी कभार मेरी हालत बहुत खराब होती। विश्व रैंकिंग कोटे से ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाली याराजी की कोशिश अपनी मां कुमारी के अभी तक के सारे संघर्षों को खत्म करने की होगी। याराजी ने कहा, पहले मैं अपनी व्यक्तिगत जिंदगी, अपने परिवार और पृष्ठभूमि को लेकर बहुत ज्यादा चिंतित रहती थी, लेकिन मैंने काफी कुछ सीखा है। कभी कभार मेरी हालत बहुत खराब होती।