हरियाणा के सिरसा जिले के इस गांव में पिछले कई सालों से लगातार बिजली के बिल भरते आ रहे हैं लोग फिर भी इस बार बिजली निगम ने कर दी ये बड़ी गलती, बिजली निगम की गलती से शर्मसार हुआ गांव, डिफॉल्टेर वाले बिजली बिल गांव में भेजे, गांव की पंचायत ने जताया कड़ा ऐतराज़, डबवाली उपमंडल के गांव रामगढ़ में बिजली निगम ने भेजे लाल रंग के बिल, निगम का कहना है कि स्याही खत्म हो गयी थी इसलिए इस गांव के बिजली बिल लाल रंग में ही प्रिंट कर दिए, देखिये अब the sadaknama की टीम इस गांव में पहुंची तो गांव के लोगों ने ऐसे जताया विरोध, देखिये ये रिपोर्ट प्रमोद कुमार के साथ वीडियो जर्नलिस्ट सुरेंदर दत्त।
डबवाली उपमंडल के गांव रामगढ़ के ग्रामीणों के पास भेजे गए बिजली के बिल ग्रामीणों के लिए शॄमदगी की वजह बन गए हैं। ग्रामीणों ने बिजली बिल के कागज के रंग पर आपत्ति जताते हुए निगम के खिलाफ अपना रोष जताया है। दरअसल इस बार बिजली निगम ने गांव रामगढ़ के अपने उपभोक्ताओं के पास निले रंग की बजाय लाल रंग के कागज पर बिजली बिल भेज दिए है। निगम के कर्मचारियों ने गांव के लोगों को हर बार की तरहां इस बार भी बिजली बिल घर-घर जाकर दिए। बिजली बिल के कागज का लाल रंग देखकर ग्रामीण भड़क गए हैं।
बिल नहीं भरने वाले उपभोक्ताओं को भेजा जाता है लाल रंग का बिल
दरअसल बिजली निगम रूटिन में अपने उपभोक्ताओं को निले रंग के अक्षरों में ङ्क्षप्रट किया गया बिल भेजता है। लेकिन इस बार लाल रंग के अक्षरों में बिजली बिल भेजा गया है। लाल रंग का बिजली का बिल निगम उस उपभोक्ता को भेजता है जो समय से निगम का बिल नहीं भर रहा है। निगम की तरफ से लाल रंग के कागज पर बिल भेजा जाना उपभोक्ता के लिए चेतावनी मानी जाती है। ग्रामीणों द्वारा बिजली निगम के प्रति आक्रोशित होने की वजह निगम की यही करतूत बनी। पूरा गांव अब निगम पर भड़का हुआ है।
हमारा गांव समय पर भरता है बिल
गांव के सरपंच जोगेंद्र के पास इन बिलों को लेकर एकत्रित हुए ग्रामीणों ने कहा कि उनके गांव के लोग तो बिजली का बिल समय पर भरते हैं। हर बार उन्हें निले रंग के कागज पर बिल भेजा जाता है। लेकिन इस बार उनकी समझ से ये बात परे हैं कि निगम ने लाल रंग के कागज पर बिल क्यों भेजा है। ग्रामीणों ने कहा कि इन लाल रंग वाले बिलों को देखकर ग्रामीणों में हड़कंप की स्थिति है। कुछ ग्रामीणों को ये लग रहा है कि लाल रंग का बिल होने के कारण कहीं उनका बिजली कनैक्शन तो नहीं काट दिया जाएगा। ग्रामीणों ने कहा कि इन लाल रंग के कागज वाले बिलों को देखकर असमंजस की स्थिति में आए ग्रामीणों की समस्या को निगम दूर करे।
बिजली निगम कर रहा घिनौना मजाक
वहीं गांव के सरपंच जोगेंद्र के मुताबिक निगम इस प्रकार से लाल रंग के कागज पर बिल भेजकर उनके ग्रामीणों के साथ घिनौना
मजाक कर रहा है। जोगेंद्र ने कहा कि ये लाल रंग के कागज वाले बिल उनके गांव के लिए शॄमदगी की वजह बन गए हैं। क्योंकि बिजली निगम के लाल रंग वाले बिल डिफाल्टर होने का प्रतिक माने जाते हैं। सरपंच जोगेंद्र के मुताबिक बिजली निगम को अपनी इस करतूत के लिए अपने उपभोक्ताओं से माफी मांगनी चाहिए। साथ ही सरपंच ने मांग की कि भविष्य में निगम इस प्रकार की हरकत न करे।
बिल नहीं भरने वाले उपभोक्ताओं को भेजा जाता है लाल रंग का बिल
दरअसल बिजली निगम रूटिन में अपने उपभोक्ताओं को निले रंग के अक्षरों में ङ्क्षप्रट किया गया बिल भेजता है। लेकिन इस बार लाल रंग के अक्षरों में बिजली बिल भेजा गया है। लाल रंग का बिजली का बिल निगम उस उपभोक्ता को भेजता है जो समय से निगम का बिल नहीं भर रहा है। निगम की तरफ से लाल रंग के कागज पर बिल भेजा जाना उपभोक्ता के लिए चेतावनी मानी जाती है। ग्रामीणों द्वारा बिजली निगम के प्रति आक्रोशित होने की वजह निगम की यही करतूत बनी। पूरा गांव अब निगम पर भड़का हुआ है।
हमारा गांव समय पर भरता है बिल
गांव के सरपंच जोगेंद्र के पास इन बिलों को लेकर एकत्रित हुए ग्रामीणों ने कहा कि उनके गांव के लोग तो बिजली का बिल समय पर भरते हैं। हर बार उन्हें निले रंग के कागज पर बिल भेजा जाता है। लेकिन इस बार उनकी समझ से ये बात परे हैं कि निगम ने लाल रंग के कागज पर बिल क्यों भेजा है। ग्रामीणों ने कहा कि इन लाल रंग वाले बिलों को देखकर ग्रामीणों में हड़कंप की स्थिति है। कुछ ग्रामीणों को ये लग रहा है कि लाल रंग का बिल होने के कारण कहीं उनका बिजली कनैक्शन तो नहीं काट दिया जाएगा। ग्रामीणों ने कहा कि इन लाल रंग के कागज वाले बिलों को देखकर असमंजस की स्थिति में आए ग्रामीणों की समस्या को निगम दूर करे।
बिजली निगम कर रहा घिनौना मजाक
वहीं गांव के सरपंच जोगेंद्र के मुताबिक निगम इस प्रकार से लाल रंग के कागज पर बिल भेजकर उनके ग्रामीणों के साथ घिनौना

उपभोक्ताओं को घबराने की जरूतर नहीं है
डबवाली बिजली निगम कार्यालय में कार्यरत एक्सीईएन डीआर वर्मा के मुताबित ग्रामीणों को डरने की जरूरत नहीं है। इस बार निले रंग की स्याही नहीं होने की वजह से निले रंग वाले बिजली बिल ङ्क्षप्रट नहीं हो पाए। ऐसे में लाल रंग की स्याही से ही बिजली बिल किए गए हैं। उपभोक्ता बिजली बिल पर छपी डिटेल पढ़ लेगा तो पूरी स्थित सपष्ट हो जाएगी।
डबवाली बिजली निगम कार्यालय में कार्यरत एक्सीईएन डीआर वर्मा के मुताबित ग्रामीणों को डरने की जरूरत नहीं है। इस बार निले रंग की स्याही नहीं होने की वजह से निले रंग वाले बिजली बिल ङ्क्षप्रट नहीं हो पाए। ऐसे में लाल रंग की स्याही से ही बिजली बिल किए गए हैं। उपभोक्ता बिजली बिल पर छपी डिटेल पढ़ लेगा तो पूरी स्थित सपष्ट हो जाएगी।