हरियाणा में आगामी पांच दिन तक भीषण गर्मी पड़ने की आशंका है। भारतीय मौसम विभाग की तरफ से इसे लेकर येलो अलर्ट भी जारी किया गया है। अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। इधर, पश्चिमी विक्षोभ का असर शुक्रवार को खत्म हो गया। हालांकि कुछ जगहों पर बादल छाए रहे। शनिवार से चक्रवातीय परिसंचरण का स्थान प्रति चक्रवातीय परिसंचरण ले लेगा। इसके असर से अगले पांच दिनों तक दिन का पारा बढ़ेगा और भीषण गर्मी पड़ेगी। नारनौल आईएमडी सब सेंटर के नोडल अधिकारी डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि प्रति चक्रवातीय परिसंचरण की वजह से प्रदेश में बलूचिस्तान और थार मरुस्थल की तरफ से आने वाली शुष्क और गर्म हवाएं चलेंगी। इनके असर से तापमान में फिर से बढ़ोतरी होगी। साथ ही आने वाले दिनों में प्रदेश में अधिकतम तापमान फिर से 45.0 डिग्री सेल्सियस के आसपास व न्यूनतम तापमान 27.0 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है। साथ ही 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने और बीच-बीच में अंधड़ आने के आसार हैं। शुक्रवार को सोनीपत जिला सबसे गर्म रहा। सोनीपत के जगदीशपुर में 42.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। इसके बाद हिसार जिले के फार्म एरिया में दिन का तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस रहा। गुरुग्राम में न्यूनतम तापमान 25.5 डिग्री सेल्सियस रहा। हरियाणा में कोयला स्टॉक भी कम बचा है। तीन दिन पहले हरियाणा सरकार ने केंद्र को पत्र लिखकर अधिक कोयला देने की मांग की थी। बिजली विभाग के सूत्रों का कहना है कि अभी तक केंद्र से अधिक कोयला नहीं मिला है। बिजली की मांग भी 8 हजार मेगावाट को पार कर रही है। इस बार अप्रैल महीने में गर्मी ने 12 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। मौसम विभाग ने अगले पांच दिन भीषण लू चलने और तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहने की चेतावनी जारी की है। लोगों को तेज धूप में घरों से बाहर न निकलने की सलाह भी दी है। इससे बिजली की मांग बढ़ेगी। बिजली संकट के चलते लोगों को कटों का सामना भी करना पड़ेगा। अपने प्लांट चलाने और केंद्रीय पुल से महंगे दामों पर बिजली खरीदने के बावजूद उपभोक्ताओं को सुचारू बिजली नहीं मिल पा रही है। अनुबंध के बावजूद अडानी कंपनी से 1424 और टाटा से 500 मेगावाट बिजली नहीं मिल रही है। बिजली सुचारू कराने को लेकर बैठकों का दौर जारी है, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हो पाया है।