जिला नगर योजनाकार विभाग (डी.टी.पी.) द्वारा आज फिर क्षेत्र की दो राइस मिल इंडस्ट्रीज पर पीला पंजा चलाया गया। जिला नगर योजनाकार राजकीर्ति ने बताया कि कार्यालय द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से नियंत्रित क्षेत्र गुहला-चीका के अंतर्गत पड़ने वाली राजस्व संपदा सदरहेड़ी में बने 2 राईस मिलों पर तोड़-फोड़ की कार्यवाही अमल में लाई गई। इस कार्यवाही के दौरान एसडीओ दीपक शर्मा बतौर डयूटी मैजिस्ट्र तैनात रहे।
इस संबंध में की गई कार्रवाई
इस संबंध में विभाग के जिला नगर योजनाकार अधिकारी मैडम राजकीर्ति ने बताया कि आज दो राइस मिलों पर सी.एल.यू. अप्लाई व शर्तें पूरी न करने पर यह कार्रवाई अमल में लाई गई है। जिसके चलते दो राइस मिलों पर आज जे.सी.बी. मशीन के माध्यम से बने हुए मिलों में मजदूर भवन व अन्य भवनों को तुड़वाने का काम किया गया है। वहीं मौके पर ही जे.ई. सुमित विद्यार्थी ने बताया कि सदरेहडी खुशहाल माजरा क्षेत्र में सदरेहड़ी रोड़ पर नए बने दो राइस मिलों पर आज डी.टी.पी. मैडम राजकीर्ति की अगुवाई में उनके विभाग की तरफ से यह बड़ी कार्रवाई की गई है।
उन्होंने बताया कि विभाग की तरफ से इस संबंध में पहले मिलर्स को नोटिस भी जारी किए गए थे और नोटिस के बाद ही यह कार्रवाई अमल में लाई गई है। उन्होंने कहा कि विभाग के द्वारा जारी दिशा निर्देशों की जानकारी प्राप्त करने के बाद उसके अनुसार ही लोगों को कंट्रोल एरिया में सी.एल.यू. अप्लाई करके ही निर्माण कार्य शुरू करना चाहिए। मैडम राजकीर्ति ने कहा कि एक राइस मिल के मालिक द्वारा सी.एल.यू. अप्लाई किया गया था, जिसका सी.एल.यू. रिजेक्ट होने पर उक्त राइस मिल के लेबर क्वार्टर गिराए गए हैं जबकि दूसरे राइस मिलर द्वारा न ही तो सी.एल.यू. अप्लाई किया गया था और ना ही विभाग द्वारा जारी दिशा निर्देशों की पालना की जा रही थी। जिसके चलते संबंधित राइस मिल पर यह कार्रवाई की गई है और उसके गोदाम आदि के साथ अन्य स्थान को भी तोड़ा गया है।
उन्होंने बताया कि दोनों ही मिलर्स द्वारा उन्हें सी.एल.यू. अप्लाई करने का आश्वासन दिए जाने के बाद ही विभाग द्वारा उन्हें पुनः समय दिया गया है। जिस मिलर्स ने सी.एल.यू. अप्लाई नहीं किया था वह एक सप्ताह के भीतर-भीतर अप्लाई कर देगा और दूसरे मिलर ने भी इसको लेकर समय मांगा है।
मिलर्स दिखे मायूस, भारी रोष व्याप्त
इस कार्रवाई से मिलर्स जहां आज मायूस दिखे। वहीं क्षेत्र के मिलर्स में इस बात को लेकर भारी रोश भी व्याप्त है। विश्वसनीय सूत्रों की माने तो इस मामले को लेकर मिलर्स जल्द ही किसी बड़ी राजनीतिक चेहरे से भी मुलाकात कर सकते हैं। इतना ही नहीं मिलर्स इस तरह की कार्रवाइयों से रुष्ट होकर क्षेत्र से पलायन करने को भी मजबूर हो सकते हैं।