सोमवती अमावस्या पर चंद्र देव और भगवान शिव की पूजा का विधान है. सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित होता है और फाल्गुन माह की अमावस्या सोमवार के दिन पड़ने के कारण इसे सोमवती अमावस्या के नाम से जाना जाता है.
फाल्गुन माह की अमावस्या तिथि इस बार 20 फरवरी , सोमवार के दिन पड़ रही है. इस दिन भगवान शिव और चंद्र देव की उपासना का दिन है. कहते हैं कि सोमवती अमावस्या के दिन पवित्र नदी में स्नान करने से व्यक्ति को कई प्रकार के दोषों से मुक्ति मिलती है. वहीं, रात के समय चंद्र देव की पूजा करने से आरोग्यता और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वेदों में भगवान शिव और चंद्र देव को समर्पित दो स्त्रोता का जिक्र किया गया है. इन स्त्रोतों के शुभ उच्चारण से व्यक्ति को विशेष लाभ होता है और जीवन में आ रही समस्याएं दूर होती हैं. जानें शिवाष्टकम स्त्रोत और चंद्र स्त्रोत.
शिवाष्टकं स्तोत्रम् (Shivashtakam Stotra in Sanskrit)
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