यमुना किनारे नहीं कर पाएंगे छठ पूजा, जानिए क्यों दिल्ली HC ने श्रद्धालुओं को नहीं दी इजाजत !

parmodkumar

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देशभर में मनाए जाने वाले महापर्व छठ की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन दिल्ली में यमुना का प्रदूषित पानी श्रद्धालुओं के लिए परेशानी बना हुआ है। इसी बीच दिल्ली हाई कोर्ट ने यमुना नदी में छठ पूजा करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। कोर्ट ने यह फैसला यमुना नदी के अत्यधिक प्रदूषित होने के कारण लिया है। कोर्ट का मानना है कि यमुना में डूबने से लोगों की सेहत खराब हो सकती है।

कोर्ट ने जताई चिंता

कोर्ट ने कहा कि यमुना की वर्तमान स्थिति को देखते हुए नदी में पूजा करने की अनुमति देना संभव नहीं है। कोर्ट ने यह भी कहा कि लोगों का यमुना नदी को लेकर जो रवैया है, वह भी चिंता का विषय है। कुछ लोग चाहते हैं कि नदी साफ हो, जबकि कुछ लोग इसमें लगातार गंदगी डाल रहे हैं। कुछ लोग नदी किनारे से अतिक्रमण हटाने की मांग करते हैं, तो कुछ लोग खुद नदी किनारे रहते हैं और उन्हें हटाने का विरोध करते हैं। कोर्ट ने कहा कि इस मुद्दे पर राजनीति भी हो रही है। अगर सरकार चाहे तो नदी किनारे रहने वाले लोगों को दूसरी जगह बसा सकती है और इस समस्या का समाधान कर सकती है।

सफाई के लिए अलग याचिका दायर करें

यमुना किनारे छठ पूजा की अनुमति नहीं मिलने के बाद याचिकाकर्ता ने हाई कोर्ट से आग्रह किया कि कम से कम यमुना के घाटों की सफाई के निर्देश जारी किए जाएं, क्योंकि छठ पूजा के दौरान इनकी सफाई होती थी। इस पर हाई कोर्ट ने कहा कि यदि आप यमुना की सफाई चाहते हैं, तो आप इस मुद्दे पर एक अलग याचिका दायर करें। हम उस पर विचार करेंगे। आप चाहें तो स्वयं भी घाटों की सफाई कर सकते हैं।

दिल्ली में बनाए गए 1000 छठ घाट

वहीं दिल्ली सरकार ने कोर्ट को बताया कि उसने छठ पूजा के लिए शहर में लगभग 1000 जगहें निर्धारित की हैं और इन जगहों पर पूजा करने के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। खासतौर पर पूर्वी दिल्ली में ही लगभग 35 जगहें निर्धारित की गई हैं।