पुलिस को दी शिकायत में मृतक के भाई मोहित का आरोप है कि हत्या में इन सभी का हाथ है। उसने बताया कि हादसे के समय वह कुछ दूरी पर था। गोलियों की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचा तो उसने कुछ युवकों को हाथों में हथियार लिए हुए देखा जो घटना को अंजाम देकर मौके से भाग गए। उसने बताया कि उसके भाई के साथ बाइक पर बैठे अंशुल निवासी जींद को भी गोली लगी है जिसे इलाज के लिए पीजीआई में दाखिल कराया गया है।
पुलिस ने शुक्रवार को मृतक सुमित उर्फ सेठी का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को परिजनों के हवाले कर दिया जहां गमगीन माहौल में उसका दाह संस्कार किया गया।
कई साल से चली आ रही है रंजिश
निंदाना गांव में गैंगवार 6-7 सालों से चली आ रही है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव वासी डीसी व गोधू आपस में दोस्त थे लेकिन किसी बात को लेकर इनमें मनमुटाव हो गया। उसके बाद गांव के कुछ युवक गोधु की तरफ चले गए तो कुछ ने डीसी का साथ दिया। चार साल पहले निंदाना गांव के खेतों में कोठरे के अंदर बैठे युवकों पर कुछ बदमाशों ने हमला कर दिया था। इस हमले में गोधु गैंग से संबंध रखने वाले दो युवकों को गोली मारी गई। दोनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। बताया गया है कि उस दौरान सुमित को भी गोली लगी थी। गोली लगने के बाद घायलावस्था में सुमित वहां से भाग निकला था। इसके अलावा बेडवा पुटठी रोड़ पर भी दो युवकों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मृतकों में एक युवक गोधु भी था। इन सभी हत्याओं का आरोप डीसी व उसकी गैंग के सदस्यों पर लगा हुआ है। पुलिस का कहना है कि मृतक सुमित पर मारपीट, हत्या, छीना-झपटी आदि के विभिन्न थानों में 8 मामले दर्ज हैं। वह कुछ दिनों पहले ही जेल से पैरोल पर आया था। मृतक का संबंध गोधू गैंग से बताया जा रहा है। पुलिस का मानना है कि डीसी गैंग के सदस्यों ने वारदात को अंजाम दिया है।